राष्ट्रगान के रचयिता रविन्द्रनाथ टैगोर की मनाई जयंती

भरतपुर, (कौशलेन्द्र दत्तात्रेय) कृषि महाविद्यालय भुसावर पर शुक्रवार को रविन्द्रनाथ टैगोर जयंती मनाई गई। टैगोर को कवि, उपन्यासकार, नाटककार, गीतकार और दार्शनिक के रूप में उनके विश्वस्तरीय उत्कृष्ट कार्य के लिए जाना जाता है।
महाविद्यालय के डीन डॉ. उदय भान सिंह ने कहा कि नोबेल पुरस्कार विजेता रविन्द्रनाथ टैगोर को बंगाली साहित्य और संस्कृति के महान व्यक्ति के रूप में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि वे विश्वसाहित्य में अपने योगदान के लिए वर्ष 1913 में नोबेल पुरूस्कार प्राप्त करने वाले पहले गैर यूरोपीय व्यक्ति थे। टैगोर ने भारत का राष्ट्रगान ’’जन गण मन’’ लिखा। उन्होंने बताया कि उनकी उत्कृष्ट रचनाओं मे गीतांजलि, पोस्टमास्टर, काबुली वाला और नास्तनिरह प्रमुख हैं। वे ब्रिटिश शासन के आलोचक थे। जलियाँवाला बाग नरसंहार के विरोध में उन्होने ’’नाइटहुड’’ की उपाधि त्याग दी थी। उन्होंने बताया कि उनके व्यापक कार्यो के कारण उन्हें गुरूदेव की उपाधि प्राप्त हुई।
डॉ. राहुल कुमार ने कहा कि उनकी माता शारदा देवी व पिता का नाम देवेन्द्रनाथ टैगोर था। उन्होंने विश्व भारती विश्वविद्यालय की स्थापना की और खुली व समग्र शिक्षा को बढावा दिया। इस अवसर पर समस्त महाविद्यालय स्टाफ व विद्यार्थी उपस्थित रहे।






