बेमौसम बारिश से हुए नुकसान के लिए मुआवजे की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन

सादड़ी (बरकत खा) । हाल ही में देसूरी तहसील के विभिन्न गांवों में हुई बेमौसम बारिश ने प्रजापत (कुम्हार) समाज के लोगों को भारी नुकसान पहुंचाया है। यह समाज पारंपरिक रूप से ईंट भट्ठा जैसे व्यवसाय से जुड़ा हुआ है, और बारिश के कारण उनके ईंट भट्टों को व्यापक क्षति हुई है। इससे समाज के कई परिवारों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है।
प्रजापत युवा संगठन के अध्यक्ष तथा पार्षद रमेश प्रजापत का कहना है कि प्रशासन द्वारा हर बार किसानों को प्राकृतिक आपदा के चलते मुआवजा दिया जाता है, किंतु अभी तक कभी भी ईंट भट्ठा व्यवसाय से जुड़े कुम्हार समाज को कोई मुआवजा नहीं दिया गया। हर साल प्राकृतिक आपदाओं के कारण समाज को लाखों-करोड़ों रुपए का नुकसान उठाना पड़ता है, लेकिन उनकी पीड़ा पर कभी कोई संज्ञान नहीं लिया गया।
नगर पालिका क्षेत्र सादड़ी के पार्षद रमेश प्रजापत ने बताया कि इस विषय में प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने के लिए उपखंड अधिकारी देसूरी को एक ज्ञापन सौंपा गया है। यह ज्ञापन मुख्यमंत्री और जिला कलेक्टर के नाम संबोधित किया गया है, जिसमें ईंट भट्टों को हुए नुकसान का सर्वे करवाकर उचित मुआवजा दिलाने की मांग की गई है।
पार्षद रमेश प्रजापत ने प्रशासन से यह भी आग्रह किया है कि भविष्य में प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित होने वाले पारंपरिक कारीगर वर्ग को भी किसान वर्ग की तरह राहत पैकेज में शामिल किया जाए, जिससे उन्हें समय पर सहायता मिल सके और वे अपने व्यवसाय को पुनः स्थिर कर सकें।
यह ज्ञापन समाज की वर्षों से चली आ रही उपेक्षा के खिलाफ एक संगठित और मजबूत पहल मानी जा रही है, जो प्रशासन को कारीगर वर्ग की समस्याओं पर सोचने के लिए मजबूर कर सकती है।






