चंबल योजना पर सहाड़ा विधानसभा के नेताओं के दावे बड़े-बड़े : लेकिन चम्बल के पीने के पानी के लिए तरस रहे है गुरलाँ के ग्रामीण

गुरला: (बद्रीलाल माली) चम्बल परियोजना को लेकर कांग्रेस और भाजपा वाही-वाही लूटने के दावे तो करती है लेकिन इस योजना के बावजूद भीलवाड़ा शहर के नजदीक गुरलाँ में आज तक भी लोगों ने चम्बल का पानी भी नहीं चकां गुरलाँ में पर्याप्त पानी है परन्तु फ्लोराइड युक्त पानी लोगों को बीमार कर रहा है
करोड़ों रूपये की चम्बल परियोजना चल रही है पर गुरलाँ को पेयजल का पानी नहीं मिल पा रहा है। इसे लेकर कई बार लोगो ने शासन प्रशासन से बात कर चुके है।परन्तु ढाक के तीन पात कहावत चरितार्थ हो रहीं हैं
कांग्रेस के पूर्व सांसद सीपी जोशी चम्बल योजना लेकर आये थे। इसके बाद कांग्रेस और भाजपा के राज में भीलवाड़ा जिले में चम्बल का पानी पहुंचा लेकिन आज भी गुरलाँ गाँव अब तक वंचित है जबकि रायपुर, गंगापुर पोटला,सहाडा के लिए चम्बल परियोजना की पाईप लाइन गुरलाँ में से होकर निकल रही है पर गुरलाँ को पानी नसीब नहीं है
विधायक पितलिया से लेकर सांसद तक चम्बल परियोजना के पानी गुरलाँ गाँव में मिले की बात व परिवेदना दी कई बार समाचार पत्र की हेडलाइन्स भी समस्या का जिक्र किया परन्तु कुछ भी फायदा नही मिला अभी भी गुरलाँ के लोगों को इन्तजार है, कई बार पीएचडी के ऐयन एक्शन तक बात की गुरलाँ गाँव में स्थानिक कुआ से पानी में फ्लोराइड युक्त पानी की समस्या को हल करे परन्तु कुछ भी नहीं हुआ और चम्बल परियोजना की सप्लाई से भी नहीं जोडा
गुरलाँ के रहने वाले ग्रामीणों ने बताया कि इस क्षेत्र में पानी की सप्लाई अव्यवस्थित हो रखी है। पानी फ्लोराइड युक्त पेयजल सप्लाई कर रहे हैं सप्ताह मे तीन दिन पानी सप्लाई किया जा रहा है और कई बार तो नाममात्र का पानी आता है। पहाडी़ पर बसा होने से बिना प्रेशर के पानी आने से लोगों को पीने का पानी भी नहीं मिल पा रहा है। पीने के पानी के लिए लोगों को जुगाड़ करना पड़ रहा है और कुछ लोग कैम्पर मंगवा कर प्यास बुझा रहे है। ऐसे में लोगों में आक्रोश बढ रहा है।
सरकार एक ओर तो दावा कर रही है कि पीने के पानी की कोई कमी नहीं है। नेता बड़े बड़े वादे करते है कि चम्बल के आने के बाद यह संकट दूर हो गया है लेकिन हालात नहीं सुधरे है।
संरपच चुनावों के दौरान दावे तो करते है कि गाँव के हर वार्ड में पानी, बिजली, नाली, सफाई की हर सुविधा उपलब्ध कराएंगे परन्तु कुछ भी नहीं हो रहा है लेकिन वहां लोगों को पीने का शुद्ध पानी भी नहीं मिल पा रहा है। पीने के पानी का संकट लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। इसे लेकर लोगों में आक्रोश भी है।
गुरलाँ के कई मौहल्लो में जो कुम्हारों का मोहल्ला चौक, नाईको की गली में अभी तक पाइप लाईन भी नहीं है कुछ परिवारों ने तीन सौ, चार सौ फिट स्वयं पाईप लाइन डाल कर नल लगा रखा है जो वाहनों से लिकेज हो रहे हैं साथ ही गन्दा पानी वापिसी पाईप लाइन में जा रहा है साथ ही कुछ परिवार जिनकें नल नहीं होने के कारण उन्हें हैण्डपम्प या ट्यूबवेल का सहारा लेना पड़ता है। .






