गाजे बाजे के साथ भगवान देवनारायण की आई बारात,पीपल माता संग रचाया विवाह
गाडरमाला से जांगर का देवरा श्री देवनारायण भगवान की आई बारात
गुरला (बद्रीलाल माली) राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 758 स्थित ग्राम पंचायत गुरलां के वार्ड नंबर 11 समरथपुरा में गाजे बाजे के साथ भगवान देवनारायण की बारात आई जिन्होंने पारंपरिक तौर तरीके व विधिविधान के साथ सात फेरे लेते हुए माता पीपल संग विवाह रचाया। इस पीपल विवाह का आयोजन छोगा लाल, लादु लाल कुमावत ने करवाया।
प्रकृति व धर्म से जुड़े इस पीपल विवाह समारोह के दौरान आस्था का प्रतीक पीपल विवाह में महिलाओं ने बढ़चढ़ कर भाग लिया वही समरथपुरा निवासी छोगा लाल, लादु लाल ने पीपल विवाह को लेकर विगत 15 दिनों से तैयारी शुरू करदी थी। इधर बारात लेकर पावणा रूप में पधारे भगवान देवनारायण का सुंदर श्रृंगार कर उन्हें आकर्षक परिधान पहनाए गए। तद्पश्चात तौरण की रश्म के लिए बारात के घरांघन पहुँचने पर तौरण मारने के बाद बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ एक आम विवाह की भांति ही छोगा लाल, लादू लाल कुमावत ने सात फेरों की रश्म अदायगी के साथ माता पिपल का विवाह भी अपने घर में ही करवाया। इधर भगवान देवनारायण की बारात गांव में पहुँची तो गांव की महिलाएं बैंड बाजे के साथ भगवान देवनारायण के रथ के साथ नाचते गाते झूमते वह भी समरथपुरा पहूँची। वहीं वधू पक्ष की महिलाओं ने भजन व गीतगाल गाकर ठाकुर जी का स्वागत सत्कार किया और विधिविधान के साथ माता पीपल और देवनारायण भगवान का विवाह संपन्न करवाया। वरमाला की रस्म के बाद हवन वेदी के चारों और पीपल के पवित्र पौधे व भगवान देवनारायण को गोद में लेकर सात फेरे करवाए गए। इस दौरान हवन पूजन का भी आयोजन किया गया। महिलाओं ने तुलसी माता को हथलेवे में अनेकों उपहार देकर विदाई दी। और भक्तों में प्रसाद वितरण किया गया। परंपरागत विवाह के लिए पीपल के पौधे को साड़ी व आभूषण पहना आकर्षक ढंग से सजाया गया। वहीं ठाकुर जी के साज सज्जा में भी किसी प्रकार की कोई कमी नहीं देखी गई। बदलते दौर के साथ रीति रिवाजों में भी भव्यता की झलक साफ देखने को मिली।
भगवान देवनारायण की बारात में मंगलवार को बैंड बाजो के साथ कुमावत समाज की महिलाए, पुरुष और बच्चे नाचते हुए गुरलां स्थित समरथपुरा गांव पहूँचे।