मौलिया में प्रशासन की लापरवाही से सड़क दुर्घटना में बुझा घर का इकलौता चिराग
ग्राम मौलिया में विद्यालय की लापरवाही के कारण बिन मां के बच्चे की रेस्ट में कक्षा 2 के छात्र की पिकअप से टकरा जाने के कारण मृत्यु हो गई कृष्ण अपने माता-पिता की इकलौती संतान था पिता मजदूरी करने महाराष्ट्र गया हुआ था घर में इस घटना से हाहाकार मच गया
गोविन्दगढ़,अलवर
गोविंदगढ़ कस्बे के समीपवर्ती ग्राम मौलिया में सरकारी विद्यालय के छात्र की जालूकी - लक्ष्मणगढ़ मार्ग पर पिकअप से टकरा जाने से मौत हो गई। जिस समय यह घटना घटी उस समय विद्यालय रेस्ट हो चुकी थी। और बच्चे विद्यालय में पानी नहीं होने के कारण सड़क की ओर निकल गए थे । जबकि विद्यालय में अध्यापक अंदर मौजूद थे और बच्चे यूं ही खुला घूम रहे थे जबकि विद्यालय में मुख्य सड़क मार्ग की तरह गेट भी लगा हुआ है और वहां पर बच्चों को आने जाने पर किसी प्रकार की कोई पाबंदी नहीं थी अगर अध्यापक सतर्क रहते तो आज एक घर का चिराग बुझने से बच जाता। जालूकी लक्ष्मणगढ़ मार्ग पर पूर्व में भी कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं और लोग अपनी जान गवा चुके हैं लेकिन फिर भी प्रशासन ने यहां पर स्पीड ब्रेकर बनवाना जरूरी नहीं समझा और आए दिन हो रही दुर्घटनाओं से सबक भी नहीं लिया
प्राप्त जानकारी के अनुसार मौलिया गांव में स्थित राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय की कक्षा 2 का छात्र कृष्ण पुत्र रोहताश उम्र करीब 8 वर्ष अपने सहपाठियों के साथ विद्यालय के मुख्य गेट से सड़क की ओर निकला जहां पर वह वहां से तेज गति में निकल रही पिकअप की चपेट में आ गया पिकअप वहां से सीधा पेड़ से टकराई और चालक मौके से भाग गया ग्रामीणों के द्वारा बच्चे को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ केंद्र लक्ष्मणगढ़ ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया और शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सुपुर्द कर दिया
गौरतलब है कि कक्षा 2 के छात्र कृष्ण की मां की मृत्यु जब मात्र वह दो माह का था तभी हो गई और उसका पिता भी गांव में मौजूद नहीं था वह मजदूरी करने हेतु महाराष्ट्र गया हुआ था कृष्ण का लालन-पालन वर्तमान में उसके दादा-दादी कर रहे थे इस घटना के बाद घर में कोहराम मच गया और पूरे गांव में सन्नाटा छा गया
संस्था प्रभारी की लापरवाही
ग्रामीणों के अनुसार यह विद्यालय कक्षा 12 तक संचालित है जिसमें आठवीं कक्षा तक लड़के एवं लड़कीयां अध्ययन करते है वही 12वीं कक्षा तक में बालिकाएं यहां पर शिक्षा ग्रहण करती है लेकिन विद्यालय में पीने के पानी की व्यवस्था नहीं होने के कारण बच्चे बाहर निकल जाते हैं वहीं विद्यालय मे अध्यापको की कमी के कारण अध्यापक विद्यालय पर पूरा ध्यान नहीं दे पाते हैं जिसके कारण हुई है स्टाफ विद्यालय के प्रांगण में बैठा रहता है और बच्चे बाहर घूमते रहते हैं
मुख्य सड़क मार्ग में पूर्व में भी यहां पर कई घटनाएं हो चुकी हैं और लोगों की जान जा चुकी है इससे भी विद्यालय के स्टाफ ने कोई सबक नहीं लिया
परिजन हीरालाल प्रजापत के अनुसार - बच्चा दूसरी कक्षा में पढ़ता था वह पानी पीने के लिए बाहर आया लक्ष्मणगढ़ साइड से आ रही पिकअप ने टक्कर मार दी, वहीं हीरालाल ने बताया कि विद्यालय में पानी की कोई व्यवस्था नहीं है विद्यालय के बाहर रोड पर स्पीड ब्रेकर भी नहीं है इससे और भी कोई बच्चा हादसे का शिकार हो सकता है
सरपंच ओमप्रकाश के अनुसार - मृतक कृष्णा पुत्र रोहतास था जो कक्षा 2 का छात्र था वह पानी पीने के लिए बाहर आया या विद्यालय से बाहर घूमने के लिए आया क्योंकि विद्यालय में स्टाफ की बहुत कमी है हमने कल भी मीटिंग की और उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया कोई भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है कई बार गोविन्दगढ सीबीईओ साहब को और पीईईओ साहब को भी अवगत करा दिया ऐसे में स्टाफ ही नहीं है तो बच्चों की देखरेख कौन करेगा इसलिए बच्चे बाहर घूमते रहते हैं जो बच्चा बाहर घूम रहा था तो तेज रफ्तार पिकअप ने टक्कर मार दी और उसकी मौत हो गई, कई उच्च अधिकारियों को अवगत कराया के विद्यालय के सामने स्पीड ब्रेकर लगने चाहिए लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है