गोविन्दगढ:- पुलिस और तस्करों की सांठगांठ: पांबदी के बावजूद काटा जा रहा पीपल का हरा वृक्ष
गोविन्दगढ (अलवर, राजस्थान/ राधेश्याम गेरा) अलवर जिले में अपराधियों के हौसले बुलंद होते नजर आ रहे हैं चाहे वह लूटपाट हो या चोरी अवैध खनन हो या तस्करी,, अपराधियों में पुलिस कब है लगातार कम होता जा रहा है जिसे देखकर लगता है कि अपराधी बेखौफ होकर लगातार अपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं ऐसा ही एक मामला गोविंदगढ़ क्षेत्र से सामने आया है जहॉं हरा वृक्ष काटने की पांबदी के बावजूद लकडी तस्करों द्वारा पुलिस की सांठगाठ के चलते हरे वृक्ष पीपल के पेड़ काटने वालों से भी डर नहीं लगता। ग्रामिणों की जागरुकता के कारण पुलिस को करनी पडी कार्यवाही। ग्रामीणों द्वारा पुलिस कंट्रोलरुम पर सूचना देने के बाद पुलिस द्वारा जाप्ते ने कट रहे हरे पेड पीपल के तने,लकडियां और ट्रेक्टर और ट्रैक्टर में लोड करने वाली जेसीबी मशीन को लोड करते हुए मौके पर जा पकडा। मामला गोविंदगढ पंचायत समिति क्षेत्र की ईंदपुर गांव के समीप सिरमौर गांव के खेतों का है जंहा पर लकडी तस्कर करीब 35 - 40 वर्ष पुराने हरेभरे पीपल के पेड़ लकडी काटने वाली हाथ कटर से को बेख़ौफ हो कर काट रहे थे । ग्रामीणों द्वारा हरे पीपल के पेड़ को कटता देख सीधा कंट्रोलरुम अलवर पर सूचना दी गई। उसके बाद गोविंदगढ थाना पुलिस हरकत में आई और कुछ समय में मौक पर पंहुच पेड के तने को ट्रेक्टर में लौढ करते हुए मौके पर जा पकडा। अब देखना यह है कि पुलिस इस मामले में कितनी लकडी और कौन कौन से यंत्र की बरामदगी के दिखाती है। लोगों को का तो कहना है कि क्षेत्र में हरे पडों की कटाई पुलिस की मिलभगत से धडल्ले से हो रही है। एक तरफ केन्द्र और राज्य सरकार पर्यावरण बचाने के लिए हरे पेड लगाने की बात करती है तो दूसरी तरफ लकडी तस्कर नियम कानून को धत्ता बताते हुए बेख़ौफ हरे पेड काट पर्यावरण को नुकसान पंहुचा रहे हैं।