कोविड -19 गाइड लाइन व सरकारी नियमों की जमकर उड रही धज्जियां
भरतपुर,राजस्थान/ राजीव झालानी
बयाना (18 नवम्वर) बयाना कस्बा सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी अब कोरोना गाइड लाइन व अन्य सरकारी नियमों की अवहेलना करने की तो मानो जैसे लोगों में होड मची है। उन्हें शायद कानून के डंडे और अपने जीवन की भी परवाह नही है। जिसका नमूना यहां के बाजारों व रेलोें और बसों सहित अन्य भीडभाड भरे बाजारों में कहीं भी देखा जा सकता है। अब तो त्यौहारी सीजन के बाद अब सावों का सीजन शुरू होने और बाजारों में खरीददारी करने आने वाले लोगों की भीडभाड शुरू हो जाने के साथ ही कोरोना का खतरा और बढ गया है। फिर भी ना तो लोगों को मास्क लगाने की परवाह है ना ही सोशल डिस्टैंसिंग और सेनेटाइजिंग नियमों की पालना करने की चिंता है।
आमजन से वसूले जाने वाले विभिन्न टैक्सों से भरने वाले सरकारी खजाने से मोटा वेतन लेने वाले सरकारी कारिंदांे को भी शायद कोविड 19 गाईड लाइन और सरकारी नियमों की पालना कराने की शायद कोई चिंता नही है। या उनके पास ऐसे कामों के लिए समय नही है। जिसका फायदा लापरवाह लोग उठाकर अन्य लोगों के जीवन व सरकारी नियम कायदों से खिलवाड कर रहे है। दीपावली पर आतिशबाजी के विक्रय व उपयोग पर कानूनी रूप से प्रतिबंध होने के बावजूद कस्बे के बाजारों में आतिशबाजी के आइटम धडल्ले से ब्लैक में बेचे गए
मनचले लोगों ने भी दीपावली व गोवर्धन पूजा के दिन आतिशबाजी का धडल्ले से उपयोग किया। अब तो लापरवाही का आलम यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों के कई सरकारी अस्पतालों में भी नियमित कोरोना जांच करने में भी लापरवाही बरती जा रही है। इस काम में लगे कई कार्मिक तो इसे बोझ समझकर टालमटोल या खानापूर्ती करते देखे जा रहे है।