मन्दिर एवं 20 बीघा जमीन को लेकर एक ही समाज के लोगों ने मन्दिर पुजारी को एक राय होकर गांव से निकाला
भरतपुर जिले के उपखंड वैर स्थित गांव गोठरा में एक ही समाज के लोगों द्वारा मन्दिर एवं 20 बीघा जमीन पर कब्जा करने की नीयत से पुजारी परिवार के साथ मारपीट कर गांव में भगाने के मामले में वैष्णव समाज के लोग पीड़ित परिवार के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे । पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर जिला पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई और कहा कि अगर पीड़ित पुजारी परिवार के साथ कोई भी घटना, दुर्घटना होती है तो इसकी समस्त जिम्मेदारी शासन -प्रशासन की होगी। पीड़ित पुजारी परिवार ने जिला कलेक्टर डॉ. अमित यादव, भरतपुर रेंज आईजी राहुल प्रकाश सहित मुख्यमंत्री जनसुनवाई केन्द्र एवं सभी प्रशासनिक अधिकारियों को मामले से अवगत करा दिया गया है। लेकिन आज दिनांक तक पीड़ित पुजारी परिवार की घर वापसी नहीं हुई है। और न ही उन्हें उचित न्याय मिल सका है। पीड़ित पुजारी परिवार के लोगों ने बताया है कि जब तक उन्हें मन्दिर बापिस नहीं दिलाया जाता है तब तक यही रहेंगे। पीड़ित पुजारी परिवार का कहना है कि करीब 300 से अधिक लोगों ने उन पर षड्यंत्र पूर्वक हमला किया था। अगर वैर पुलिस समय पर नहीं पहुंचती तो उनकी जान भी जा सकती थी। पीड़ित बीरेंद्र पुजारी ने बताया कि उनका परिवार 150 बर्षों से वैर के गांव गोठरा में निवास कर रहा है। एवं गांव स्थित नृहसिंह भगवान मन्दिर के पुजारी हैं। मन्दिर के नाम करीब 20 बीघा जमीन है। यही वजह है कि गांव के कुछ लोग मन्दिर को तोड़कर मैरिज होम या धर्मशाला बनने सहित 20 बीघा जमीन पर भी कब्जा करना चाहते हैं। गांव के लोगों ने एक राय होकर करीब 300 से अधिक लोगों ने मिलकर परिवार पर हमला कर दिया । जिससे हम लोग बाल बाल बचे । सूचना मिलते ही पुलिस समय पर पहुंची और हमारे परिवार को सुरक्षित वहां से निकाल लाई। अब हम लोग अपने छोटे छोटे बच्चों के साथ दर दर की ठोकरें खाते हुए इधर उधर फिर रहे हैं ।लेकिन आरोपीयों स्वतंत्र रूप से है। उनके खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं कर रहा है।
- कौशलेन्द्र दत्तात्रेय