उकरुंद में भागवत कथा में मनाया श्री कृष्ण जन्म महोत्सव
महुआ विधानसभा क्षेत्र के उकरुंद गांव स्थित राम फूल कालूराम मीणा सरपंच के यहां चल रही भागवत कथा में मंगलवार को भागवत आचार्य जी ने बताया किमथुरा के निवासी थे उग्रसैन महाराज उनके घर कंस जैसे दुष्ट अत्याचारी पुत्र ने जन्म लिया, उग्रसैन के छोटे भाई देवक महाराज ने अपनी पुत्री देवकी का बिवाह बटेश्वर नि0 श्रीमान वशुदेव जी के साथ सम्पन्न किया, विदाई के समय कंस अपनी चचेरी बहिन देवकी और अपने बहनोई बशुदेव जी को बड़े हर्ष के साथ स्वयम् रथवान बन कर विदा करने जारहा था अचानक आकाशवानी हुई अरे मुर्ख जिसे तू इतने हर्ष के साथ विदा करने जारहा है इसी देवकी का आठवां लाल तेरा काल होगा। कंस देवकी को मारने का उपक्रम करने लगा तो नीतज्ञ वशुदेव ने यह बचन दीया कि देवकी के गर्भ से जितनी भी सन्तान जन्म लेंगी वह कंस को सौंप देंगे, इस सर्त पर देवकी और वशुदेव जी को जेलों मैं डाल दीया गया। कुछ समय बाद जैसे जैसे देवकी पुत्र जन्म लेते चले गए और कंस उनकी हत्या करता चला गया। बाल हत्याओं के महा पाप से पृथ्वी अत्यंत दुःखी हुई समस्त देवताओं के सहित भगवान के पास जाकर प्रार्थना करने लगी तब पृथ्वी का भार हरण और दुष्टों का वध कर के धर्म की इस्थापन करने के लिए श्री कृष्ण अर्ध रात्रि के समय कंस के कारागार मैं देवकी के गर्भ मैं प्रकट हुए, इस अवसर पर राम अवतार, कालू पटेल, भोमाराम, रामेश्वर, रामकरण, हरि सिंह, छोटिया ,राम पप्पू प्रजापत ,गिरिराज प्रसाद प्रजापत, पप्पू, बहादुर सिंह राजपूत, सत्यनारायण शर्मा, शहित अनेक पंच पटेल गणमान्य नागरिक मौजूद रहे
- अवधेश अवस्थी