किरोडीलाल का इस्तीफा नामंजूर करने की मांग को लेकर भाजपा नेता ने मुख्यमंत्री को भेजा खून से लिखा पत्र
दौसा (राजस्थान) कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके डॉ. किरोडीलाल मीणा का इस्तीफा नामंजूर करने की मांग की जा रही है। दौसा नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष सुरेश घोषी ने खून से पत्र लिखकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को भेजा है। पूर्व अध्यक्ष ने पत्र में लिखा- राजस्थान के जुझारू नेता डॉ किरोडीलाल मीणा, गरीबों, पीड़ितों, युवाओं व महिलाओं पर हुए अत्याचार के खिलाफ हमेशा आंदोलन करते हैं। गत 5 साल में कांग्रेस के भ्रष्टाचार व कुशासन के खिलाफ सर्दी, गर्मी व बरसात की परवाह किए बिना सड़क पर बैठकर आंदोलन किए।
उन्होंने जनता से किया अपना वचन निभाते हुए मंत्री पद से इस्तीफा दिया हुआ है। हमें मांग करते हैं कि ऐसे नेता की राजस्थान को जरूरत है और दौसा के लोगों को भी ऐसे विकास पुरुष की हमेशा आवश्यकता रहेगी। इसके लिए उनका इस्तीफा नामंजूर किया जाए। भाजपा नेता सुरेश घोषी ने कहा- वरिष्ठ नेता डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने हमेशा जनता के सुख-दुःख में साथ दिया है। उन्होंने कई बड़े आंदोलनों के जरिए कांग्रेस के कुशासन के खिलाफ आवाज बुलंद की। पूर्वी राजस्थान की सबसे बड़ी पेयजल समस्या का मुद्दा कई दशक से उठाते आ रहे हैं।
दौसा में सीवर लाइन, जयपुर बाइपास पर अंडरपास, नीलकंठ मंदिर के लिए रोप-वे समेत कई जरूरी विकास कार्य होने चाहिए। ऐसे में क्षेत्र के विकास के लिए उनका राज्य सरकार में मान-सम्मान पूर्वक मंत्री पद पर बने रहना बेहद जरूरी है। इसके लिए उन्होंने खून से लिखा पत्र मुख्यमंत्री को भेजा है।
चुनाव में हार की जिम्मेदारी लेकर इस्तीफा दिया था - किरोडीलाल मीणा ने पिछले दिनों मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उनका कहना था कि लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री ने उन्हें पूर्वी राजस्थान की सीटों की जिम्मेदारी दी थी, लेकिन उनमें से कई सीटों पर पार्टी प्रत्याशियों की हार हो गई। ऐसे में चुनाव प्रचार के दौरान जनता से किए वादे के अनुसार अपनी बात पर अडिग रहते हुए उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद वे दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मिलने पहुंचे थे। फिलहाल उनके इस्तीफे पर कोई निर्णय नहीं हुआ है।