बाजरे का भाव अच्छा मिलने से किसान खुश, खिल रहे इनके चेहरे:खैरथल की मंडी में नए बाजरे व कपास की आवक से चहल-पहल
खैरथल (हीरालाल भूरानी)
जिले में इस बार बाजरे की पैदावार अच्छी होने व क्वालटी अच्छी होने से किसानों को मंडी में अच्छे भाव मिल रहे हैं। इससे किसान खुश नजर आ रहे हैं। जानकारी के अनुसार गत वर्ष सितंबर में बाजरे के भाव 1750 से 1950 रुपए प्रति क्विटल थे। जबकि इस बार खैरथल मंडी में बाजरे का भाव 2200 से 2400 रुपए प्रति क्विटल है। फिलहाल खैरथल मंडी में दस से बारह हजार कट्टे बाजरे की प्रतिदिन आवक हो रही है। खैरथल अलवर का बाजरा देश के कई राज्यों में जा रहा है। जिले के अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में बाजरे की खूब पैदावार होती है। जो प्रदेश के पश्चिमी इलाकों सहित देश के अनेक स्थानों में जाता है।
आवक पंद्रह से बीस दिन लेट शुरू हुई : -
आमतौर पर मंडी में बाजरे की आवक सितम्बर के प्रारम्भ में शुरू होती है, लेकिन इस वर्ष बारिश जल्दी व अधिक होने के कारण किसानों ने फसल की बुवाई भी जल्दी कर दी लेकिन मौसम की वजह से एक पखवाड़े की देरी हुई। वहीं, खैरथल मंडी में जनवरी से मार्च तक बाजरे की आवक होती है। अभी राजस्थान की कृषि उपज मंडियों में समर्थन मूल्य पर खरीद नहीं हो रही है। सरकार की ओर से इस वर्ष बाजने का समर्थन मूल्य 2500 रुपए निर्धारित किया गया था। लेकिन प्रदेश में बाजरे की सरकारी खरीद नहीं हो रही है। वहीं, हरियाणा व उत्तरप्रदेश सहित कई राज्यों में बाजरे की सरकारी खरीद की जा रही है। इस बार बाजरे के भाव अच्छे है। हरियाणा, पंजाब व गुजरात सहित कई राज्यों में बाजरे की खपत होने से यहां से माल भेजा जा रहा है। वहीं, आगामी दिनों में भी बाजरे के भाव स्थिर रहने की संभावना बताई जा रही है। मंडी व्यापारी राजेंद्र सेठी व जगदीश डाटा ने बताया की यहां से हरियाणा समीप होने से किसान रेवाड़ी आदि मंडियों में बाजरा लेकर जा रहा वहां पर सरकारी मूल्य पर बाजरा की खरीद प्रारम्भ है।