अस्पताल के बाहर स्थित दुकानों पर बिना पुलिस बल के कार्रवाई करने पहुंची निगम की टीम को उल्टे पैर दौड़ाया
भरतपुर में नगर निगम के अतिक्रमण विरोधी दल को आज उस समय उल्टे पैर भागना पड़ गया जब वह आरबीएम जिला अस्पताल के बाहर स्थित दुकानों पर बिना पुलिस बल के कार्रवाई करने पहुंच गया। इस दौरान स्थानीय दुकानदारों ने नगर निगम के अतिक्रमण विरोधी दस्ते के कर्मचारियों पर जमकर पथराव कर दिया, जिसके चलते कर्मचारियों को अपनी जान बचा के वहां से भागना पड़ा। हांलाकि बाद में नगर निगम की टीम ने पुलिस बल के साथ पहुंचकर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को अंजाम दिया। अतिक्रमण की कार्रवाई को लेकर निगम के जिम्मेदारों का कहना है कि बार-बार बोलने के बावजूद अतिक्रमी अपने अतिक्रमण नहीं हटा रहे थे, जिसकी वजह से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। वहीं, लोगों का कहना है कि वो वर्षों से यहां पर दुकान संचालित कर रहे हैं। पप्पू नमक व्यक्ति ने बताया कि वो अस्पताल के बाहर 25 साल से दुकान संचालित कर रहा है। 15 दिन पहले ही पत्नी की मौत हुई है। घर के सभी सदस्य सदमे में हैं। अब नगर निगम ने बिना किसी आदेश और सूचना के अचानक से हमारी अस्थाई दुकानों को तोड़ दिया। हमारा बड़ा नुकसान कर दिया। झब्बल सैनी का कहना है कि यह हमारी पैतृक जमीन है। नगर निगम और यूआईटी जबरदस्ती हमारी जमीन पर कब्जा करना चाह रही है। सरकार गरीबों का पेट काट रही है। मैं यहां दुकान चलाता था और निगम ने उसे तोड़ दिया। अब परिवार कैसे पालें। झब्बल सैनी ने अपने बच्चों को जहर देने की धमकी भी दी। गौरतलब है कि, निगम ने यह कार्रवाई सीएम भजनलाल शर्मा के दौरे से ठीक एक दिन पहले की है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा शुक्रवार को आरबीएम अस्पताल में विभिन्न कार्यों का निरीक्षण करेंगे।
- कौशलेन्द्र दत्तात्रेय