संयुक्त निदेशक उद्यान भरतपुर खंड द्वारा किया गया धौलपुर जिले का दौरा
संयुक्त निदेशक उद्यान भरतपुर खंड द्वारा आज़ भरतपुर जिले की पंचायत समिति रूपवास तथा धौलपुर जिले की सैपऊ , धौलपुर, मनियां तथा राजाखेड़ा पंचायत समिति का दौरा किया गया। पंचायत समिति सैंपऊ के गांव बिक्रमपुरा का दौरा करते हुए किसान श्याम बाबू के खेत का अवलोकन किया गया जिसने टमाटर तथा मिर्च की फसल लगाई हुई है। वर्तमान में किसान अपने खेत पर ही साठ रुपए प्रति किलो हरी मिर्च बेच रहे हैं। मिर्च खेत से तोड़कर भरतपुर धौलपुर रोड पर ही लेकर बैठ जाते हैं और यहीं पर इनकी मिर्च बिक जाती हैं। इन्होंने टमाटर की फसल भी लगाई हुई है। इस टमाटर की फसल को आधुनिक तरीके से करते हुए पौधों को धागे के सहारे ऊपर बांधने का कार्य कर रहे थे ।ताकि टमाटर के फल ज़मीन के संपर्क में नहीं आएं और किसी भी तरह का नुक़सान नहीं होता है। किसान के अनुसार ज़मीन के संपर्क में आने वाले फल कभी कभी सड़ने लग जाते हैं और निशान बन जाते हैं, जिससे बाजार भाव कम मिलता है।किसान द्वारा टमाटर के पौधे मेंड़ पर लगाए हुए हैं और सिंचाई के लिए नालियां बनाई गई हैं। इसे रिज -- फरो सिस्टम कहा जाता है। इसके बाद धौलपुर जिले के फूसपुरा गांव में बाॅबी गूजर किसान से संपर्क किया गया। ये किसान अपना कोल्ड स्टोरेज चलाते हैं तथा अटल भू-जल योजनांतर्गत समेकित लाभ लेना चाहते हैं। इस योजना में ग्रीन टी हाउस, सोलर पंप सेट, फार्म पोंड, सूक्ष्म सिंचाई संयंत्र तथा मल्चिंग इत्यादि योजनाओं का लाभ एक ही किसान को दिया जाता है। बाॅबी गूजर द्वारा अपने कोल्ड स्टोर पर आलू की कुफरी बहार का बीज तैयार किया जा रहा था। यह वैरायटी सेंतीस- सत्तानवै के नाम से प्रचलित है और बहुत अच्छी वैरायटी है। बोने से पहले इसके बड़े कंदो को दो -- तीन टुकड़े कर बाविस्टीन तथा पीओपी के पाउडर से उपचारित कर लेते हैं ताकि बुवाई के बाद कोई बीमारी नहीं पैदा नही हो।
नगला फूसपुरा में किसान बिज्जो द्वारा अपने खेत पर लगाई हुई मिर्च की फसल का भी अवलोकन किया गया। इस क्षेत्र में किसानों द्वारा नगदी फसल के रूप में सब्जियों की खेती बहुतायत से की जाती हैं और अच्छा लाभ कमाते हैं।
अंत में माननीय मुख्यमंत्री महोदय की बजट घोषणा के तहत धौलपुर जिले की पंचायत समिति राजाखेड़ा धौलपुर मनियां तथा सैंपऊ के गांवों में सिंचाई परियोजना के अवलोकन हेतु जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता सुरेश मीणा जी के साथ चंबल नदी में बन रहे इनटेक पाॅइंट का भ्रमण किया और प्रगति से रूबरू हुए। इस दौरान कार्यकारी संस्था के स्थानीय प्रतिनिधि को परियोजना के कार्यों को गति प्रदान करने के निर्देश दिए ताकि यह परियोजना जल्दी से जल्दी पूरी हो सके और किसानों को इसका लाभ मिल सके।
- कोशलेन्द्र दत्तात्रेय