सड़क किनारे खड़े वाहन, बने जाम के कारण
लक्ष्मणगढ़ (अलवर) कमलेश जैन
कस्बे में अधिकांश संख्या में मालाखेड़ा रोड खंड मुख चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सामने वाहन सड़कों के किनारे खड़े रहते हैं। वाहनों की पार्किंग व्यवस्था नहीं होने से भगत सिंह सर्किल से लेकर झमन विजय के मकान तक रोज जाम की स्थिति बनी रहती है। कस्बे में एक भी पार्किंग नहीं होने से रोज जाम की स्थिति बनी रहती है।
कस्बे स्थित किसी भी बाजार में पार्किंग स्थल नहीं है। इसके चलते वाहन चालकों का जहां पर मन करता है वहीं पर वाहनों को पार्किंग कर देते हैं। इससे सड़क पर जाम की स्थिति बनी रहती है। बताया गया कि नगर पालिका की ओर से कई बार प्लानिंग तैयार की गई कि कस्बे में कहीं पर पार्किंग स्थल बनाया जाए, लेकिन अधिकारियों को जमीन नहीं मिल पाई।
ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए पूर्व में पुराने बस स्टैंड सड़क पर सफेद पट्टी लगाकर आड़े तिरछे वाहन खड़े करने वालों को रोकने का कदम उठाया गया। लोगों ने कुछ दिन तो इस सिस्टम के अनुरूप वाहन पार्किंग एवं रेहडी को लगाया गया, लेकिन फिर लोग उसी पुराने ढर्रे पर आ गए। इन दिनों वाहन चालक और रेहड़ी वाले भी ट्रैफिक सिस्टम पर गहरी चोट लगा रहे हैं। कस्बे के बिगड़े ट्रैफिक सिस्टम को लेकर वे काफी हद तक जिम्मेदार हैं। इन पर कार्रवाई करने के लिए कई बार नगर पालिका प्रशासन पुलिस अधिकारियों की ओर से निर्देश जारी किए गए, लेकिन हुआ कुछ नहीं। आगे आगे नगर पालिका प्रशासन के अधिकारी एवं कर्मचारी लोगों को समझाते जाते हैं और पीछे पीछे वे दोबारा से अपनी मन मानी पर उतर आते हैं।
इसी तरह से मालाखेड़ा रोड से वार्ड नंबर 19 को जाने वाले रास्ते में ट्रैक्टर ट्राली चौपाइयां हल्के वाहन चालकों का पूरा कब्जा रहता है। इस रास्ते से होकर चमत्कारिक हनुमान मंदिर सेढ माता मंदिर एवं जैन मंदिर के लिए रास्ता जाता है। यहां पर प्रशासन का डंडा कभी काम नहीं आया। कस्बे में अगर कहीं पर भी सबसे भयानक जाम लगता है वह मालाखेड़ा रोड सड़क पर ही लगता है।
इन सड़कों पर ट्रैक्टर ट्रालियां एवं रोड किनारे खड़े बेतरकीब अन्य वाहनों को गुजरने में गतिरोध पैदा करते हैं। कई मर्तबा रास्ते से निकलने वाले राहगीरों को वाहन चालकों से झगड़ने की नौबत भी आ जाती है। यहां तक की वाहन चालक घरों के दरवाजे के आगे भी अपने वाहन को खड़ा कर देते हैं। जिससे निवासियों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है।
नगर पालिका अधिशासी अधिकारी समय सिंह मीणा का कहना है कि सुरक्षित आवागमन की व्यवस्था में सुधार के लिए सभी लोगों को सहयोग करने की जरूरत है। इसके लिए यदि लोग सिविक सेंस का प्रयोग करें तो स्थिति में सुधार संभव है। सड़क के किनारे पटरियों के खाली रहने से आवागमन सुविधाजनक होगा। जाम की स्थिति से कुछ हद तक लाभ मिलेगा।