बुजुर्गों को अलवर इलाज के लिए नहीं लगानी पड़ेगी दौड़,ग्रामीण क्षेत्रों में भी शुरू होंगे रामाश्रय वार्ड

लक्ष्मणगढ़ (अलवर) कमलेश जैन
राज्य सरकार ने 60 साल से ज्यादा आयु वर्ग के लोगों के लिए उपचार के लिए विशेष प्रकार के रामाश्रय वार्ड शुरू किए हैं।
60 वर्ष से अधिक उम्र और असाध्य रोगों से ग्रस्त मरीजों की अस्पताल में उपचार के दौरान सारसंभाल करने वाला नहीं है, तो ऐसे वृद्धजनों को अब इलाज की चिंता नहीं करनी पड़ेगी। राजस्थान सरकार की ओर से अब अलवर जिला अस्पताल के अलावा जिले के 6 विधानसभा क्षेत्रों की एक-एक बड़ी सीएचसी पर रामाश्रय वार्ड शुरू किए जा रहे हैं।
इन रामाश्रय वार्डों में वृद्धजनों को उपचार के दौरान किसी प्रकार की समस्या नहीं हो, इसके विशेष उपाय किए गए हैं। इन वार्डों में वृद्धजनों के लिए विशेष प्रकार के बेड लगाने के साथ ही उपचार के लिए आवश्यक ऑक्सीजन एवं अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जा सकेंगी. वृद्धजनों को जरूरत होने पर अपने बेड पर लगी घंटी बजाकर नर्सिंगकर्मी को बुलाने की सुविधा भी रहेगी।
अलवर जिला अस्पताल में 10 बेड का रामाश्रय वार्ड संचालित है। अब अलवर जिले के 6 विधानसभा क्षेत्रों में रामाश्रय वार्ड शुरू किए जा रहे हैं।
इनमें अलवर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र की अकबरपुर सीएचसी, रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र की गोविंदगढ़, कठूमर सीएचसी, राजगढ़ सीएचसी एवं थानागाजी सीएचसी शामिल हैं। इन रामाश्रय वार्डों में एक फिजियोथेरेपिस्ट, चार नर्सिंग स्टाफ, एक हॉस्पिटल अटेंडेंट सहित अन्य कर्मचारी तैनात रहेंगे. इसके अलावा सीएचसी में रजिस्ट्रेशन काउंटर, लैब टेस्टिंग काउंटर की व्यवस्था रहेगी।
अस्पतालों एवं सीएचसी पर रामाश्रय वार्ड खोलने की जरूरत इसलिए पड़ी, क्योंकि 60 साल से ज्यादा के अनेक लोग असाध्य रोगों से ग्रसित हो जाते हैं। और अस्पताल में इनका लंबा उपचार चलता है।ऐसे कई बीमार वृद्धजन भी होते हैं। जिनकी उपचार के दौरान सारसंभाल करने वाला कोई नहीं होता। ऐसे बीमार वृद्धजनों की सारसंभाल की जिम्मेदारी वहां तैनात नर्सिंगकर्मी एवं अन्य स्टाफ की रहती है। ऐसे रामाश्रय वार्डों में वृद्धजनों को भर्ती कर उपचार किया जाता है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. योगेन्द्र कुमार शर्मा ने बताया कि अलवर जिला अस्पताल के अलावा जिले के 6 विधानसभा क्षेत्रों में आयुष्मान मॉडल सीएचसी पर रामाश्रय वार्ड की शुरुआत की जा रही है। इन रामाश्रय वार्डों में वृद्धजनों को अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं मिल सकेंगी। उन्होंने कहा कि अलवर जिला अस्पताल में 10 बेड का रामाश्रय वार्ड संचालित है। वहीं, सीएचसी पर 4 से 6 बेड की सुविधा मुहैया कराई जाएगी।






