मनरेगा योजनान्तर्गत जल प्रबंधन एवं पर्यावरण सुधार के लिए तालाब पुनरुद्धार एवं पौधरोपण योजना की जाएगी संचालित

जयपुर (कमलेश जैन) प्रदेश भर में मनरेगा योजनान्तर्गत जल प्रबंधन एवं पर्यावरण सुधार के लिए तालाब पुनरुद्धार एवं पौधरोपण योजना संचालित की जाएगी। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग महात्मा गांधी नरेगा (अनुभाग 3) के अतिरिक्त आयुक्त (द्वितीय) ईजीएस डॉ. अशोक कुमार ने भारतीय जीव जन्तु कल्याण बोर्ड की ओर से जारी निर्देशानुसार प्रदेश के सभी जिला कलक्टर एवं जिला परिषद के सीईओ को अपने अपने जिलों में जल प्रबंधन एवं पर्यावरण सुधार के लिए तालाब पुनरुद्धार एवं वृक्षारोपण योजना के ने मनरेगा योजना में प्रस्ताव बनाकर भेजने के आदेश दिए हैं। उल्लेखनीय है कि – राज्य सरकार भारतीय जीव जन्तु कल्याण बोर्ड के सदस्य गिरीश जयंतीलाल शाह की ओर से केन्द्र सरकार को प्रस्तावित नए तालाबों के निर्माण की बजाय उनके पुनरुद्धार लिए कई तरह की कार्ययोजनाओं के को क्रियान्वित करते हुए जल प्रबंधन एवं पर्यावरण सुधार के लिए तालाब पुनरुद्धार एवं वृक्षारोपण योजना तैयार करवा रही है। जिससे राजस्थान की प्रत्येक ग्राम पंचायत को जल समृद्धि की ओर अग्रसर किया जा सके और पेयजलकी समस्या से स्थानीय स्तर पर ही निजात पाई जा सके।
यह कार्य किया जाएगा
राज्य के 44,795 गांवों के पुराने और प्राकृतिक जलाशय हैं, जो अतिक्रमण, गाद जमाव, जल निकासी की समस्याओं और जलग्रहण क्षेत्र में बाधाओं के कारण अपनी क्षमता खो चुके हैं। बिना अतिरिक्त भूमि उपयोग के योजना के अंतर्गत प्रत्येक जिले में 1000 तालाबों का पुनरुद्धार किया जाएगा। इसके अंतर्गत जल स्त्रोतों के जल निकासी और प्रवाह मार्गों की साफ सफाई की जाएगी। नतीजतन वर्षाजल तालाबों तक आसानी से पहुंच सकेगा। इससे प्राकृतिक जल पुनर्भरण की प्रक्रिया बेहतर होने के साथ साथ जल संरक्षण तो होगा ही पुराने जल स्त्रोतों को भी पुनर्जीवित किया जा सकेगा। पर्यावरण सुधार के लिए प्रत्येक गांव में 4000 देशी वृक्ष (नीम, बड़, पीपल, खेजड़ी, जामुन, औदुम्बर आदि) लगाए जाएंगे। जिससें ग्रामवासियों को चारा, औषधीय लाभ, पर्यावरणीय सुधार और रोजगार मिलेगा और उनका जीवन स्तर भी ऊंचा उठेगा।






