आखिर कब तक चलेगा ईमानदारी का चोला: पानी से भरी तिलिस्मी पोखर में चल रहा निर्माण कार्य
आइऐ जानते है इनका विकास :- यह है इनका विकास जो चुनाव के वक्त ग्राम वासियों से विकास के नाम पर वादा किया और वोट मांगे
- कामा पंचायत समिति के ईमानदार सरपंच आखिर विकास को कहते क्या है।
कामां (भरतपुर, राजस्थान/ हरीओम मीणा) कामां पंचायत समिति सरपंच संघ के ईमानदार व विकास पुरुष अध्यक्ष मिशलू खान बने चर्चा का विषय।
अपनी ही पंचायत के गांव कलावटा में बिना खनिज विभाग की इजाजत लिए जीसीबी से मिट्टी खुदवाकर व बेचकर नरेगा की मस्टरोल में दिखा रहे श्रमिकों को रोजगार।
वहीं खुद के गांव नंदेरा में पानी से भरी तिलिस्मी पोखर में करवा रहे हैं पोखर की सुरक्षा दीवाल का कार्य।
सरपंच मिशलू खान एक पखवाड़े की मस्टरोल में 420 श्रमिकों के नाम पर 15 दिन में 13 लाख 92 हजार 300 रुपये मनरेगा से करवा रहे खर्च।
आमजन सोचने को मजबूर जब सरपंच संघ के विकास पुरुष अध्यक्ष की कार्यशैली चर्चाओं में तो अन्य सरपंचों की क्या होगी स्थिति?