शेखावाटी नहर और माही बजाज परियोजना के लिए श्रमराज्य मंत्री सुखराम विश्नोई के नेतृत्व में मरुप्रदेश निर्माण मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल ने की जल संसाधन मंत्री मालवीया से की मुलाकात
उदयपुरवाटी (झुंझुनूं, राजस्थान/ सुमेरसिंह राव) मरुप्रदेश निर्माण मोर्चा ने राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री महेन्द्र जीत मालवीया से राज्य श्रम मंत्री सुखराम विश्नोई के नेतृत्व में मुलाकात की और मरुप्रदेश में जलसंकट को लेकर लंबी चर्चा की। मरुप्रदेश निर्माण मोर्चा अध्यक्ष जयवीर गोदारा और मरुसेना अध्यक्ष जयन्तमूण्ड ने बताया कि मरुप्रदेश के जिलों में पानी की समस्या बढ़ रही है,जलक्रांति की अहम आवश्यकता है। हालात ऐसे ही रहे तो जल्द पूरा मरुप्रदेश वीरान हो जाएगा। पिछले 02 दशक से ज्यादा समय से शेखावाटी नहर को लेकर आंदोलन चल रहा है,अनेकों माध्यम से सरकारों का इस विषय पर ध्यान आकर्षण करने का प्रयास किया गया है। पिछले दिनों हमने केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल से भी मुलाकात कर प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा था।
शेखावाटी क्षेत्र में जल संकट बढ़ता जा रहा है। इसको लेकर हमने पूर्व में भी प्रधानमंत्री कार्यालय में मुलाकात करी थी लेकिन इस मसले का हल नही हो सका वही दूसरी ओर सिंचाई व पेयजल के लिए मरुप्रदेश के जिलों,शेखावाटी क्षेत्र में पाइप लाइन के जरिए व मलसीसर डेम के जरिये नहरों का पानी लाया गया है जिसमें पंजाब की फैक्टरियों का खतरनाक रसायन व अवशिष्ट प्रदार्थ मिला काला पानी आता रहता है जिससे इस क्षेत्र में कैंसर महामारी व अन्य पानी जनित रोगों ने घर घर में प्रवेश कर लिया है जो बहुत ही गंभीर बात है। मरुप्रदेश निर्माण मोर्चा के प्रदेश महामंत्री केशर सिंह राठौड़ सिवाना ने बताया कि माही बजाज सागर गुजरात व राजस्थान के माही बजाज परियोजना के लिए हम लंबे समय से संघर्षरत है। हमारे स्थानीय मंत्री सुखराम विश्नोई भी इस मसले में आंदोलनकारियों के साथ है।
राजस्थान किसान संघर्ष समिति के प्रदेशाध्यक्ष बद्रीदान चारण व किसान नेता विक्रम सिंह पुनासा ने बताया कि सूखा प्रभावित पानी की भयंकर समस्या से हमेशा ग्रसित जालौर,सिरोही व बाड़मेर क्षेत्र के लिए कडाणा बांध पर गुजरात सरकार द्वारा निर्मित सुजलाम सुफलाम नहर से पूर्व में सम्पन्न समझौते के तहत एवं मानसून में माही बांध का ओवरफ्लो पानी जालौर-सिरोही के बांधो एवं नदियों में छोड़ने को लेकर राज्य सरकार को पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना जैसी महत्वपूर्ण योजना बनाएं ताकि पानी की मांग पूरी हो सके। राजस्थान व गुजरात समझौते के तहत हमें 60 टीमसी पानी राज्य को मिला हुआ है जो योजना भी ठंडे बस्ते में है। इस चर्चा में पूर्व सरपंच बाबूलाल परिहार समदड़ी, हीराराम चौधरी, रामसिंह मझल, डॉ. मुकेश जगपुष्पा व वीरेंद्र मील भोजासर मौजूद रहे।