वार्ड पंच ने खोली सरपंच व सेक्रेटरी के भ्रष्टाचार की पोल: लगाए मनमानी- तानाशाही और दलालो का वर्चस्व बढाने के आरोप
रैणी (अलवर, राजस्थान/ महेश चन्द मीना) अलवर जिले की पंचायत समिति रैणी की ग्राम पंचायत बैरेर मे भ्रष्टाचार इन दिनो चरम सीमा पार कर चुका है लेकिन सम्बन्धित ग्रामीण विकास विभाग के उच्चाधिकारी जानबूझकर नही दे रहे है इस और बिल्कुल भी ध्यान।
इसी क्रम मे रविवार को मिडिया टीम बैरेर सरपंच केन्द्र सिंह राजपूत के ही गांव मे विकास कार्यो की धरातल स्तर पर ओरिजनलटी की जांच करने के लिए पत्रकार टीम पहुंची तो खोहरा चौहान के राजपूत बास वार्ड नंबर-8 के ग्रामीण लोगो से व ग्राम पंचायत-बैरेर के वार्ड पंच कप्तान सिंह राजपूत से उनके ही वार्ड मे हो रहे विकास कार्यो की जानकारी चाही तो वर्तमान मे वार्ड पंच, वार्ड नंबर-8 के कप्तान सिंह ने मिडियाकर्मियो को बताया कि मेरे वार्ड मे जो भी विकास कार्य हो रहे है उन सभी विकास कार्यो मे बिल्कुल ही घटिया किस्म की सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है लेकिन यह सरपंच केन्द्र सिंह राजपूत और ग्राम विकास अधिकारी की मनमानी तानाशाही है वो मेरे वार्ड मे भी मेरी एक भी विकास कार्य मे किसी भी तरह की सलाह बिल्कुल भी नही लेते है यहा पर तो शतप्रतिशत विकास कार्य दलालो के इशारे पर ही पूरे विकास कार्य होते है।
वार्ड पंच सिंह ने बताया कि मेरे वार्ड मे ही कई पानी टंकी तो अभी तक भी नही बनाई गई है और उनके नाम से बिना बनाये ही भुगतान उठा लिया है लेकिन जब आमजन ने जन सूचना पोर्टल पर ऑनलाइन देखा कि हमारे यहा पर पानी की टंकी बनी हुई दिखा रखी है और इनका फर्जी तरीके से भुगतान भी उठा लिया है तो इनके भ्रष्टाचार की पोल खुली तो अब एक दो जगह तो टंकी बनाना भी शुरू हो गया है इससे साफ जाहिर है कि वास्तव मे ही हमारी पंचायत मे तो शतप्रतिशत भ्रष्टाचार वास्तव मे ही है।
इसी तरह से मेरे वार्ड मे एक सीसीरोड आनलाईन तो बना हुआ दिखा रखा है और इसका भुगतान भी उठा लिया है लेकिन वास्तव मे धरातल स्तर पर तो यह सीसीरोड आज तक भी नही बनवाया है और एक सीसीरोड थोड़ा सा ही बनाकर अधूरा ही छोड दिया है तथा इसका भी भुगतान पूरा का पूरा उठा लिया है यह हाल है हमारी ग्राम पंचायत के सरपंच व ग्राम विकास अधिकारी के।
यहा पर मनरेगा सहित सारे विकास कार्यो मे भयंकर भ्रष्टाचार व्यापत है और यहा पर तो सारे के सारे विकास कार्य सिर्फ और सिर्फ दलालो के इशारे पर ही एवं सरपंच अपने चहेते व्यक्तियो के हित मे ही कार्य करा रहा है।
सरपंच आमजन के हित मे तो ध्यान ही नही दे रहा है बल्कि गांव मे गिरोह बनाकर अपने चहेते दलालो के पक्ष मे खुलेआम रहकर गाव मे लडाई झगड़ा कराने मे बहुत रूचि लेता है।