कारोई से देवीपुरी पांच बैलगाड़ियों से ले गए मायरा
भीलवाडा,राजस्थान / बद्रीलाल माली
गुरला:- गुरला क्षेत्र कारोई से देवपुरी वैष्णव परिवार ने देव उठनी एकादशी को शादी ब्याह का मुहूर्त था इस परिवार ने कारोई से मायरा ले गये मायरा पुराने रिति रिवाज के अनुसार बेलगाडी के द्वारा ले जाया गया कारोई निवासी नारायण लाल वैष्णव ने अपनी बहन के यहां 5 बैलगाडी में लेकर गये आठ किलोमीटर रास्ते में सजे धजे बैल और गाडियां को कतारबद्ध चलते देखकर बुजुर्गों की अपने समय की शादियां की याद ताजा हो गई नई पीढ़ी के लिए इस तरह शादी में मायरा ले जाना आश्चर्य था और गाँव में चर्चा का विषय बन गया