जिला कलैक्टर ने किया विवादास्पद स्थल का निरीक्षण

Jun 25, 2020 - 01:50
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जिला कलैक्टर ने किया विवादास्पद स्थल का निरीक्षण

बयाना,भरतपुर 

बयाना 24 जून। भरतपुर के जिला कलैक्टर नथमल डिडेल व अतिरिक्त जिला कलैक्टर राजेश गोयल ने बुधवार को बयाना पहुंचकर कस्बे के पहाडों की तलहटी में मोरतलाब गांव की ओर स्थित विवादास्पद स्थल का निरीक्षण कर इस भूमि व उसके उपयोग के संबंध में जानकारी ली। इस दौरान उपखंड अधिकारी सुनील आर्य, तहसीलदार जीपी बंसल सहित वनविभाग व नगरपालिका के अधिकारीयों कर्मचारीयों सहित कस्बे के नागरिक भी काफी संख्या में मौजूद रहे।  नागरिकों ने भी जिला कलैक्टर को इस विवादास्पद भूमि के उपयोग आदि से अवगत कराते हुए वहां इंदौर महानगर पालिका की तर्ज पर वृक्षारोपण कराए जाने व एक सुंदर पार्क विकसित करने की मांग की। इस विवादास्पद भूमि को लेकर यहां का नगरपालिका प्रशासन व वनविभाग कई दिनों से आमने सामने बने हुए है। वनविभाग की ओर से तीन दिन पूर्व पुलिस व वनकर्मीयों के भारी लबाजमे के साथ बुलडोजर मशीने चलवाकर पहाडों की तलहटी में करवाए गए। निर्माण कार्यों व सडक को तहस नहस करवा दिया था। वनविभाग का दावा है कि पहाडों की तलहटी में स्थित यह भूमि वनविभाग की है। जिस पर मनमाने ढंग से पक्के निर्माण कार्य कर अतिक्रमण किए जा रहे थे। जबकि पालिका प्रशासन का कहना था कि वहां इंदौर महानगरपालिका की तर्ज पर व लोगों की आवश्यकताओं को देखते हुए एक लाख पेडों का वृक्षारोपण करवाने व पार्क विकसित करने का काम शुरू किया गया था। इसके अलावा कस्बे में रोजाना भारी मात्रा में निकलने वाले कचरे के निस्तारण के लिए कचरा संयत्र भी स्थापित किया जा रहा था। जिससे नागरिकों को भी बडी राहत और सुविधाऐं मिलने वाली थी। इस मौके पर मौजूद कस्बे के नागरिकों व गांव मोरतलाब के ग्रामीणों ने भी इस सडक का निर्माण आवश्यक बताते हुए अतिक्रमणों की रोकथाम के लिए वहां वृक्षारोपण व सुंदर पार्क बनवाए जाने की मांग की तथा तोडफोड करने वाले लोगों के विरूद्ध कार्रवाही की भी मांग की। इधर बताया गया है कि जिला कलैक्टर के निर्देशों के बाद कस्बे में निकलने वाले कचरे के निस्तारण के लिए इस भूखंड को लेकर दोनों विभागों में आपसी सहमति बन गई है। जिससे कस्बे के नागरिकों को भी काफी राहत मिलेगी। ज्ञात रहे इस भूखंड को लेकर दो सरकारी विभागों में विवाद उत्पन्न हो जाने के बाद तीन दिन से कस्बे की सफाई व कचरा निस्तारण व्यवस्था चरमरा गई थी। जिससे नागरिकों को भी परेशानीयों का सामना करना पड रहा था। 

 

बयाना संवाददाता राजीव झालानी की रिपोर्ट

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