प्रधानाचार्य की हठधर्मिता 40 लाख की लागत से बने 5 कमरो का दो वर्ष से नही हो रहा उपयोग
3 सदस्यी जांच कमेटी ने सदस्यो ने कुचावटी पहुंचकर या विद्यालय का अवलोकन ग्रामीणों के लिए बयान
ड़ीग (भरतपुर, राजस्थान/ पदम जैन) ड़ीग उपखंड के गांव कुचावटी के उच्च माध्यमिक विद्यालय में महिला प्रधानाचार्य की मनमानी के चलते समसा योजना के अंतर्गत संवेदक द्धारा बनवाए गए 5 कमरों और बरामदो को बनने के वाद दो वर्ष गुजरजाने जाने के बाद भी उपयोग में नहीं लेने के मामले में जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा गठित 3 सदस्यीय समिति के सदस्यो ने बुधवार को गांव कुचावटी पहुंचकर विद्यालय का अवलोकन कर वस्तुस्थिति की जानकारी ली।
ग्रामीणों की शिकायत है कि- गांव कुचावटी के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में छात्रों के बैठने के लिए भवन की समस्या को देखते हुए सम सा योजना के अंतर्गत संवेदक द्धारा करीब 40 लाख रुपए की लागत से दो वर्ष पहले 5 कमरों और बरामदो का निर्माण कराया गया था। लेकिन विद्यालय की प्रधानाचार्य की हठधर्मिता के चलते अभी तक उन कमरों उपयोग में नहीं लिया गया है। तथा उक्त सभी कमरों में ताले लगे पड़े है। इसके चलते विद्यालय के छात्र छात्राओं को सर्दी के मौसम में बरामदे में बैठकर अध्ययन करना पड़ रहा है।
विद्यालय के शौचालय टूटे पड़े हैं और वहां गंदगी के अंबार लगे हुए है। जिसके चलते विद्यालय में पढ़ने वाली छात्राओं को आकस्मिक स्थिति में खुले में शौच के लिए जाना पड़ रहा है। विद्यालय में बच्चों को पीने के लिए पाने की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। तथा विद्यालय की चारदीवारी भी टूटी हुई है।
ग्रामीणों का आरोप है कि इस संबंध में वह कई वार उच्चाधिकारियों को अवगत करा चुके हैं। लेकिन अभी तक इन समस्याओं का निराकरण नहीं किया गया है। ग्रामीणों की शिकायत पर जिला शिक्षा अधिकारी प्रेम सिंह कुंतल द्वारा उक्त आरोपों की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया गया है।
जिसके सदस्य राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बरई के प्रधानाचार्य हरिशंकर गुप्ता, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय निगोही की प्रधानाचार्य रजनी शर्मा और राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय श्योरावली की प्रधानाचार्य सुमित्रा धाधेल ने बुधवार को गांव कुचावटी के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पहुंच कर उक्त आरोपों की जांच की और ग्रामीणों के बयान लिए।