शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर से, अश्व पर सवार होकर आएंगी माता रानी
लक्ष्मणगढ़ (अलवर) कमलेश जैन
सनातन धर्म में नवरात्रि का पर्व बहुत ही महत्व रखता है ।शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक होंगे। इस बार नवरात्रि पूरे नौ दिनों तक रहेगी।
योग शिक्षक पंडित लोकेश कुमार ने बताया कि वैसे तो साल में चार नवरात्रि होती हैं। इनमें से एक चैत्र नवरात्रि, दूसरी शारदीय नवरात्रि और दो गुप्त नवरात्रि होती हैं। नवरात्रि में 9 दिनों तक मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना की जाती है। नवरात्रि से ही शुभ कार्यों की भी शुरुआत होती है।
हिंदू पंचांग के मुताबिक शारदीय नवरात्रि की शुरुआत इस वर्ष 15 अक्टूबर से हो रही है जो 24 अक्टूबर तक चलेगी। धार्मिक मान्यता के मुताबिक, शारदीय नवरात्रि में घट स्थापना और नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ रूपों की उपासना करने से साधक को सुख-समृद्धि तथा ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।
घट स्थापना
पंडित लोकेश कुमार ने बताया कि धार्मिक शास्त्रों के मुताबिक शारदीय नवरात्रि में शुभ मुहूर्त पर घट स्थापना की जाती है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, चित्रा नक्षत्र 14 अक्टूबर को शाम 4:24 से शुरू होकर 15 अक्टूबर शाम 6:13 तक रहेगा। वहीं अभिजीत मुहूर्त 15 अक्टूबर को सुबह 11:04 से लेकर 11:50 के बीच रहेगा।
शनिवार और मंगलवार को जब नवरात्रि आरंभ होती है तब माता की सवारी घोड़े पर होती है। शारदीय नवरात्रि में माता अश्व पर सवार होकर आएंगी।उनका यह स्वरूप संपूर्ण सृष्टि के लिए कल्याणकारी है।