संसद में सुरक्षा चूक के मुद्दे पर हंगामा, दोनों सदनों के 15 सांसद निलंबित
लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सांसद नारेबाजी करने लगे
नई दिल्ली। बीते दिन संसद में हुई सुरक्षा चूक को लेकर गुरुवार को दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ। हंगामा इतना बढ़ गया कि दोनों सदन- राज्यसभा और लोकसभा से कई सांसदों को निलंबित करना पड़ा। ये सांसद हुए निलंबित गुरुवार को हंगामे के बीच पहले कांग्रेस के पांच सांसदों- टी एन प्रतापन, हिबी इडेन, जोतिमणि, रम्या हरिदास और डीन कुरियाकोस को निलंबित किया गया था।
हालांकि, हंगामा जारी रहा जिसके बाद कांग्रेस के बेनी बेहनन, वीके श्रीकंदन, मोहम्मद जावेद और मनिकम टैगोर को भी निलंबित कर दिया गया। सीपीआईएम के पीआर नटराजन और एस वेंकटेशन पर भी कार्रवाई की गई है। इसके अलावा डीएमके के कनिमोझी करुणानिधि और एसआर पार्थिबन और सांसद के सुब्रमण्यम को भी पूरे शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया गया है। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच सांसदों के निलंबन का प्रस्ताव रखा था जिसे स्वीकार कर लिया गया। सदन से 15 सांसदों के निलंबन पर कांग्रेस एमपी कार्ति चिदंबरम ने कहा कि कल जो हुआ वह एक बड़ी सुरक्षा और खुफिया विफलता थी। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि सरकार सदन को बताए कि कल क्या हुआ और वे क्या कदम उठा रहे हैं।
कार्ति चिदंबरम ने इस पर प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के बयान की मांग की। उन्होंने कहा कि हमारी मांग को दबाने के लिए 15 सांसदों को शेष सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है। तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन को राज्यसभा से पूरे शीतकालीन सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया है। उनपर यह कार्रवाई नियम 256 के तहत की गई है। राज्यसभा के सभापति के अनुसार, डेरेक ओ ब्रायन ने सदन के वेल में प्रवेश किया, नारे लगाए और सदन की कार्यवाही बाधित की। सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा- कहा-आप क्या कर रहे हो ? मिस्टर ब्रायन आपने विशेषाधिकार का उल्लंघन किया है। मिस्टर डेरेक ओ ब्रायन तुरंत हाउस से बाहर चले जाएं।