झरवाल मीणा समाज के फ्रीडम फाइटर- सुरेश किशोरपुरा
मीणा समाज के मसीहा स्वतंत्रता सेनानी लक्ष्मी नारायण झरवाल की पुण्य तिथि मनाई
मीणा समाज पर लगे जयराम पेशा एक्ट के खात्मे की शुरुआत नीमकाथाना से हुई थी
उदयपुरवाटी गुड़ा-पोंख के किसान आंदोलन के दौरान झरवाल को मिली काठ की सजा
उदयपुरवाटी (सुमेर सिंह राव ) कस्बे के मीणा सामुदायिक भवन में सोमवार को मीणा समाज के मसीहा समाज सुधारक स्वतंत्रता सेनानी लक्ष्मीनारायण झरवाल की पुण्यतिथि समारोह पूर्वक मनाई गई । इस अवसर पर समाज के लोगों ने झरवाल के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की । कार्यक्रम के मुख्य वक्ता आदिवासी श्री मीन सेना के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश मीणा किशोरपुरा ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी झरवाल मीणा समाज के फ्रीडम फाइटर थे । उन्होंने मीणा समाज पर जयराम पैसा एक्ट को समाप्त कराने के लिए अपनी जान की बाजी लगा दी । समाज को आरक्षण दिलाने में भी इनका बहुत बड़ा योगदान रहा है । किशोरपुरा ने कहा कि 16 अप्रैल 1944को मुनि मगन सागर महाराज की अध्यक्षता में आयोजित नीमकाथाना के विराट सम्मेलन में पहली बार लक्ष्मी नारायण झरवाल ने जयराम दादरसी काले कानून को रद्द कराने का फैसला लिया था जिसका समर्थन प. बंशीधर शर्मा और रामकरण जोशी ने किया था । उनका कहना था कि झरवाल 1945 में उदयपुरवाटी गुड़ा पोंख चला चौकड़ी में किसानों को इंसाफ दिलाने आए थे जहां इन्हें गिरफ्तार करके काठ में दे दिया गया था किशोरपुरा ने स्वतंत्रता सेनानी झरवाल के नाम से राजधानी में स्मारक बनाने और पाठ्य पुस्तकों में इनकी जीवनी को जोड़ने की मांग उठाई । मीणा समाज के पूर्व अध्यक्ष बनवारी लाल मीणा ने झरवाल के जीवन के बारे में विस्तार से बताया अखिल भारतीय आदिवासी परिषद जिला के जिला अध्यक्ष रतन मीणा जोधपुरा ने कहा कि झरवाल ने समाज को इंसाफ दिलाने के लिए बहुत यातनाए झेली है । इस अवसर पर मीणा समाज के पूर्व तहसील अध्यक्ष मदनलाल नांगल, कार्यवाहक तहसील अध्यक्ष होशियार मीणा बामलास, तहसील मीणा समाज के महामंत्री प्रकाश मीणा गुडा ,प्रभाती लाल मीणा उदयपुरवाटी मीणा समाज के पूर्व जिला अध्यक्ष बनवारी लाल मीणा, अखिल भारतीय आदिवासी परिषद के जिला अध्यक्ष रतन लाल मीणा जोधपुरा ,उदयपुरवाटी मीणा समाज कस्बा अध्यक्ष दिनेश मीणा,बनवारी मीणा सीहोड,एडवोकेट अशोक मीणा,सुमेर मीणा उदयपुरवाटी, केसर देव मीणा उदयपुरवाटी,अमित बागावास,सोनाराम मीणा, शंकर मीणा, मालाराम मीणा सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।