भूसा से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली व मिनी ट्रक की भिड़ंत चालक सहित तीन जने घायल
- जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग-21 एक तरफा अवरूद्व - आगरा से महवा बकरा-बकरी खरीद को जा रहे घायल
वैर भरतपुर ....जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग-21 स्थित कस्वा हलैना पर आवारा जानवर के बचाव के प्रयास में सोमवार को तडके भुसा से भरी टैक्टर-ट्राॅली और मिनी ट्रक की भिडन्त हो जाने से मिनी ट्रक के चालक सहित तीन जने घायल हो गए। हादसा से टैक्टर-ट्राॅली में भरा भूसा फोरलेन पर फैल गया और राष्ट्रीय राजमार्ग-21 भरतपुर से जयपुर वाला यातायात अवरूद्व हो गया। हलैना पुलिस ने हादसा स्थल पहुंच कर घायलों को एम्बूलेंस-108 की मदद से उपचार को हलैना के सामुदायिक अस्पताल पहंुचाया,जहां दो घायलों को भरतपुर के आरबीएम अस्पताल को रैफर कर दिया। पुलिस ने दोनों वाहन और फोरलेन पर फैले भूसा को हटवा कर यातायात सुचारू कराया। सभी घायल व्यक्ति एक मिनी ट्रक में आगरा से महवा को बकरा-बकरी खरीदने जा रहे थे। थाना प्रभारी बृजेन्द्र शर्मा ने बताया कि जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग के कस्वा हलैना के पास सडक हादसा व राष्ट्रीय राजमार्ग के जाम की सूचना मिली। मय जाप्ता के हादसा स्थल पहंुचे,जहां भुसा से भरी टैक्टर-ट्राॅली और मिनी ट्रक की टक्कर और फोरलेन पर भूसा फैला मिला। हादसा में मिनी ट्रक का चालक ताउद्दीन खान एवं बकरा-बकरी के व्यापारी ईसराल खान व कम्माउद्दीन खान घायल हालत में मिले। ये सभी घायल आगरा के निवासी है। घायलों को एम्बूलेंस-108 और टोल वसूल कम्पनी की एम्बूलेस से कस्वा हलैना के राजकीय सामुदायिक अस्पताल भर्ती कराया,जहां से घायल ताउद्दीन खान एवं ईसराल खान की गम्भीर व चिन्ताजनक हालत होने के कारण भरतपुर आरबीएम अस्पताल को रैफर कर दिया,जिन्हे हलैना व नदबई पर तैनात एम्बूलेंस-108 से भरतपुर भेजा गया और घायलों के परिजनों को दूरभाष पर हादसा की सूचना दी गई। उन्होने बताया कि पुलिस ने भूसा से भरी टैक्टर-ट्राॅली और मिनी ट्रक को कब्जे में ले लिया गया है। साथ ही फोरलेन पर घूम रहे आवारा जानवरों की रोकथाम तथा फोरलेन पर फैले भूसा को हटाने के निर्देश दिए गए।
- संसाधन केवल दिखावा व खानापूर्ति
एनएचएआई के नियम के तहत राष्ट्रीय राजमार्ग पर हादसा की रोकथाम एवं वाहन चालक,मालिक व यात्रियों की सुविधा को प्राथमिक चिकित्सा,पेयजल,शौचालय,सडक अतिक्रमण मुक्त,हादसा के घायल व्यक्ति की मदद,यातायात सुचारू रखना,आवारा जानवर मुक्त,सुरक्षा आदि की सुविधाए होनी चाहिए। साथ फोरलेन अवरूद्व व हादसा होने पर तुरन्त एम्बूलेंस सहित मैडिकल व सुरक्षा टीम का पहुंचना और घायलों की मौके पर प्राथमिकी उपचार कर निकटवर्ती व अन्य स्थान के सरकारी अस्पताल पहुंचाने का काम है और हादसा व सडक निर्माण स्थल पर सुरक्षा व हादसा बचाव के उपकरण,चिन्ह लगे बोर्ड और लाल-हरी झण्डी लेकर कर्मचारी खडा करना आदि भी अनिवार्य है। ये कम ही नजर आते है। जब भी हादसा व यातायात अवरूद्व होता है,तो टोल वसूल कम्पनी के अधिकारी व कर्मचारी केवल खानापूर्ति करने आते है और समय पर नही आते। घायल व्यक्तियों को भरतपुर नही पहुंचाते और मृतक व्यक्ति के शव को एम्बूलेस में नही रखते है।
- ट्रोमा सेन्टर बना शो पीस
राज्य सरकार ने जयपुर नेशनल हाइवे एवं अन्य मार्ग पर सडक हादसा में घायल हुए व्यक्ति तथा भरतपुर के सरकारी अस्पताल पर रोगियों का दवाब कम के उद्देश्य से साल 2021 में तत्कालीन केबिनेट मंत्री भजनलाल जाटव के आग्रह पर कस्वा हलैना में ट्रोमा सेन्टर स्वीकृत किया,जिसका भवन बना और चिकित्सीय उपकरण,जांच मशीन,दवा,स्टाप आदि भी स्वीकृत किए। केवल दस कम्पाउंडर अभी तक लगे,चिकित्सक,जांच मशीन,दवा, फर्नीचर आदि नही लगे। ये भवन अब शो पीस बना हुआ है और हर समय ताला लगा रहता है।
- हाइवे पर हादसा के कारण
जयपुर से आगरा तक साल 2009 से राष्ट्रीय राजमार्ग दो लाइन से चार लाइन में परिवर्तन हुआ और इसी साल से टोल वसूली का शुभारम्भ हुआ। देखने में आया है कि जब भी फोरलेन पर हादसा होता है,तो वह आवारा और तुरी-भूसा से भरे एवं ओवरलोडिंग वाहनों के कारण होते है। साथ ही आवादी क्षेत्र पर अस्थाई अतिक्रमण भी है। हलैना,छौंकरवाडा कलां,बेरी,अरोदा,हन्तरा,सेवर तिराया,खेरली मोड,सरसैना मोड आदि स्थान सर्वाधिक हादसा होते है,जिसका कारण आवारा जानवर है।