अनंतपुरा लेकड़ी के भोमिया बाबा के मेले में श्रद्धालुओं ने आशीर्वाद लेकर किया प्रसाद ग्रहण
नारायणपुर (भारत कुमार शर्मा) बानसूर उपखंड के ग्राम अन्तपुरा लेकड़ी में आज भोमिया बाबा का मेला आयोजित हुआ।
मेले में श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन कर आशीर्वाद लिया भोमिया बाबा के महंत मोहन कुमार शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार की शाम बाबा के भजन कीर्तन कर बाबा के गुणगान गाये गये। प्रातः हवन किया गया। हवन के बाद में भंडारे का आयोजन हुआ जिसमे ग्राम वासियो ने प्रशादी ग्रहण की तथा शाम तक भंडारे के साथ साथ महासियो की और से भोमिया बाबा के भजन व रामायण महाभारत के प्रसंग सुनाये गये।
भोमिया बाबा का इतिहास
राजस्थान के संदर्फ में यदि देखे तो जागीरदारों के लिए भोमिया का जिक्र आता है राजस्थान में ही सबसे ज्यादा जागीरदारी रही है
राजस्थान के जागीरदार भू पति हुआ करते थेयानी इनके पास जमीने अधिक हुआ करती थी जागीरदार की मृत्यु के बाद देवी देवताओ के द्वारा उनको देव योनी के अंदर प्रवेश दिया जाता था इसलिए कूल देवता का स्थान उन्हें दिया जाता था और देव गमन के बाद उनका चबूतरा और मंढी बना दी जाती थी कालीचरण पुत्र साधुराम शर्मा के पूर्वज अनंत राम जी का यहाँ मेले के स्थान पर देवगमन हुआ था अनंतराम जी के नाम पर ही गावं का नाम अनंतपुरा पड़ा। एक मान्यता के अनुसार अनंतराम जी का निकास नारहेड़ा (कोटपुतली ) बताया जाता है वहा बिंवाल गौत्र के लोग ही अधिक है जो वहाँ आज भी है कहते है की गुर्जरो में कांवर गौत्र के लोग इनके सहयोगी थे वह भी यहाँ अनन्तपुरा आकर बस गये। इसलिए जागीरदार कालीचरण पुत्र श्री साधुराम बिंवाल के परिजनों के साथ साथ कांवर गौत्र के गुर्जरो सहित भोमिया बाबा जन जन की आस्था का प्रतिक है
जन सहयोग से आज भोमिया बाबा का मेला, भंडारा व भजन कीर्तन का यहाँ सफल आयोजन हुआ।