नोगांवा भूमि बहाली, मरूस्थलीकरण और सूखा सहनशीलता थीम पर ग्रामीणों ने मनाया विश्व पर्यावरण दिवस
नौगांवा (छगन चेतिवाल)
बरामदा गांव में स्वंय सहायता समूह से जुडी महिलाए व आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ग्राम पंचायत के अधिकारी व इब्तिदा संस्था ने मिलकर विश्व पर्यावरण दिवस मनाया।
इब्तिदा के समन्वयक एडवोकेट अमरदीप सैनी ने बताया कि इब्तिदा संस्था ग्रामीणों के साथ मिलकर अलवर जिले के लगभग तीन सौ से अधिक गांवों में विश्व पर्यावरण दिवस मना रही है। इस अवसर पर समुदाय को पर्यावरण को बचानें के प्रति जागरूकता का काम कर रही व पुरे माह पर्यावरण मनाया जायेगा। पेड लगाने से क्या क्या फायदा होगा और पेड काटने से होने वाले नुकसान के बारें में समझाया जा रहा है। आज बरामदा गांव में सरकारी विद्यालय के परांगण में नीम का पौधा लगाकर विश्व पर्यावरण दिवस कि शुरूआत कि गई। आगे बताया गया कि मानव को जीवन जीने के लिए पर्यावरण को बचाना जरूरी है। पर्यावरण को बचाने में सभी का योगदान होना बहुत जरूरी है। इसमें सबसे आसान उपाय पेड लगाना, पानी बवाना, प्लास्टिक का उपयोग कम करना, गांव को प्लास्टिक मुक्त बनाना, पेडों को काटने से बचाना है। उपस्थित सभी सदस्यों ने शपथ ली और तय किया की हम सब अपने अपने घरों पर या खेतों में कम से कम दस दस पेड लगायेंगें और उनकी देख भाल करेंगें जीवित
रहने के लिए। इसके साथ पक्षीयों के लिए पानी के परिंडें लगायेंगें।
ग्राम पंचायत से राजगार सहायक राहुल ने इस अवसर पर कहा कि मनरेगा के तहत शमशान घाट व अन्य सार्वजनिक भूमि पर पेड लगाने का काम शुरू करने वाले है। लेकिन उन पौधों को जीवित रखने के लिए गांव के सभी लोगों को जिम्मेदारी लेनी होगी क्योकि आप हमेशा उन पौधों के आस पास ही रहेगें इसलिए पौधों को पानी देना उनकी सुरक्षा करना ग्रामीणों कि जिम्मेदारी रहेगी। इस अवसर पर इब्तिदा संस्था एडवोकेट अमरदीप सैनी, मुकेश राठी, प्रगति राजीविका सीएलएफ की मैनेजर भौती देवी, ऑगनवाडी कार्यकर्ता, ग्राम पंचायत से राहुल, अनीता आदि ग्रामीण उस्थित रहे।