आचार संहिता के बाद "विकसित राजस्थान युवा मित्र" के तौर पर पुनः बहाली हेतु मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी तिजारा को दिया ज्ञापन
तिजारा ब्लॉक के सभी राजीव गांधी युवा मित्रों ने उपखंड अधिकारी तिजारा को राजीव गांधी युवा मित्र को पुन बहाली के लिए स्मरण के रूप में ज्ञापन सोपा। गौरतलब है। कि प्रदेश के हजारों युवा मित्रों का शांतिपूर्ण तरीके से संघर्ष शहीद स्मारक पर 72 दिन एवं केबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा के जयपुर आवास पर 13 दिन धरना साथ ही "आमरण अनशन" 9 दिन तक चला था। इस दौरान हमने हमारा एक साथी स्व. श्री राजकुमार गुप्ता को बेरोजगार हो जाने के सदमे से हृदयगति रुक मृत्यु हो जाने से खो दिया था। काफी दिव्यांग पुरुष एवं महिलाएं साथ में कुछ महिलाओं के साथ छोटे छोटे बच्चे भी आदि निरंतर धरने में भूखे- प्यासे बैठ सरकार से गुहार लगा रहे थे। सैकड़ों युवा मित्र बीमार हो अस्पताल भी पहुंच चुके थे। ऐसी विपरीत परिस्थितियों में एवं सरकार द्वारा अनदेखी के कारण युवा मित्र निरंतर अवसाद में जा काफी परेशान एवं हताश हो चले थे अतः सरकार का ध्यान अपनी मांगों की तरफ आकर्षित करने हेतु कुछ युवा मित्र जयपुर में जयपुरिया अस्पताल के पीछे उपस्थित पानी की टंकी पर चढ़ गए थे।
इस घटना के बाद 16 मार्च 2024 को सरकार द्वारा युवा मित्रों के एक प्रतिनिधिमंडल को बंद कमरे में वार्तालाप हेतु बुलाया गया। जिसमें वहां पर मौजूद सम्माननीय CM साहब के मुख्य सचिव सिद्धार्थ सिहाग , जयपुर कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित, आयोजना विभाग के मुख्य सचिव नवीन जैन , आर्थिकी एवं सांख्यिकी विभाग के सीताराम स्वरूप , जेपी मीणा , जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ , आदि ने युवा मित्रों के पूरे मामले को सुना और जाना तत्पश्चात विवेकपूर्ण निर्णय लेते हुए हम सभी युवा मित्रों के भविष्य एवं हित को ध्यान में रखते हुए आश्वासन दिया था कि आचार संहिता के समाप्त होने के पश्चात किसी भी युवा मित्र के ऊपर बिना मुकदमा लगाए पूर्व में लगे सभी युवा मित्रों को नए सिरे से "विकसित राजस्थान युवा मित्र" के रूप में बहाल किया जायेगा। अतः हमारे साथी सरकार से मिले आश्वासन पर भरोसा करके एवं आचार संहिता का सम्मान रखते हुए टंकी से उतर गए थे। लेकिन उसके पश्चात हमारे कुछ साथियों के ऊपर मुकदमा दायर कर दिया गया है। जिसके कारण प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे बहुत से साथी अपने भविष्य की चिंता कर अवसाद में आ गए हैं। आज के समय में बेरोजगार होना किसी श्राप से कम नहीं है। बेरोजगारी कैंसर से भी गंभीर बीमारी है।
जैसा कि आदर्श आचार संहिता अब समाप्त हो चुकी है अतः युवा मित्र संघर्ष समिति एवं प्रदेश के हजारों युवा मित्र आपके द्वारा मिले आश्वासन पर पूर्ण विश्वास रखते है और आपसे अनुरोध करते है कि हम बेरोजगार हुए युवाओं के भविष्य के हित को ध्यान में रखते हुए लगाए गए मुकदमों को खारिज कर हमारे प्रतिनिधिमंडल को दिए गए आश्वासन पर कार्य करते हुए पुनः बहाल कर जल्द से जल्द राहत प्रदान करने की कृपा करें। इस दौरान नरसीराम शास्त्री मीना सैनी आदि उपस्थित रहें।
- मुकेश कुमार शर्मा