कुलपति के आदेश को राज्य सरकार ने नियम विरुद्ध मानते हुए किया विड्रोल
चौमूं (जयपुर/ राजेश कुमार जांगिड़ ) जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रामसेवक दुबे द्वारा दिनांक 6 जून 2024 को दुर्गेश राजोरिया वित्त नियंत्रक की शक्तियों को सीज करते हुए अग्रिम आदेशों तक विश्वविद्यालय के कार्यालय में उपस्थित रहते हुए वित्त नियंत्रक के रूप में किसी पत्रावली पर निर्णय अथवा हस्ताक्षर किए जाने हेतु प्रतिबंधित किया गया था। साथ ही वित्त नियंत्रक की उपस्थिति में वित्त नियंत्रक का कार्य सहायक लेखाधिकारी को देना विश्वविद्यालय प्रशासन के प्राधिकार एवं क्षेत्राधिकार से परे है। दुर्गेश राजोरिया वित्त नियंत्रक का नियुक्ति प्राधिकारी वित्त विभाग होने के कारण संस्कृत शिक्षा विभाग द्वारा प्रकरण को वित्त विभाग के संज्ञान में लाया गया तथा वित्त विभाग ने प्रकरण का परीक्षण करने के बाद अपनी टिप्पणी इस प्रकार दी वित्त विभाग के इन निर्देशों के क्रम में संस्कृत शिक्षा विभाग द्वारा दुर्गेश राजोरिया वित्त नियंत्रक के रूप में पत्रावली पर हस्ताक्षर एवं निर्णय किए जाने हेतु विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रामसेवक दुबे के प्रतिबंधित आदेश दिनांक 6 जून 2024 को तत्काल प्रभाव से प्रत्याहारित कर दिया है। वित्त नियंत्रक की शक्तियों को सीज करने का आदेश नियम विरुद्ध है अतः यह आदेश प्रत्याहारित होने चाहिए।