शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के आदेश ने बढ़ा दी टीचर्स की उलझन
राजस्थान की भजनलाल शर्मा सरकार में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं. हाल ही में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर की ओर से जारी किए गए आदेशों ने एक बार फिर शिक्षकों को उलझन में डाल दिया है.
एक तरफ शिक्षा मंत्री ने शिक्षकों को ऑनलाइन सर्विस करने और टॉपर छात्रों की फोटो अपलोड करने के जैसे निर्देश दिए हैं. दूसरी ओर प्रधानाचार्य के अलावा अन्य शिक्षकों का विद्यालय में फोन रखने पर प्रतिबंध लगा दिया है, ऐसे में अब शिक्षक इन आदेशों से उलझन में हैं. शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने और प्रदेश की भजनलाल सरकार ने कई अहम निर्देश दिए हैं. इस पर लोगों की मिली जुली प्रतिक्रिया मिल रही है. आइये जानते हैं वो कौन से देश जो इस समय चर्चा का विषय है.
- प्रत्येक विद्यालय में 10 फीसदी नामांकन वृद्धि सुनिश्चित करें.
- ट्रांसफर वाउचर और स्कॉलरशिप समय पर भेजें.
- सभी विद्यालयों में 10 जुलाई तक 100 फीसदी पुस्तक वितरित करने का निर्देश.
- अधिकारियों से प्रत्येक गांव में रात्रि चौपल लगाकर विद्यालय की शैक्षणिक स्थिति के बारे में जानकारी लें.
- शिक्षक अवकाश को शाला दर्पण स्वीकृति मेंअवकाश पर रहे.
- प्रार्थना सभा में सूर्य नमस्कार की निरंतरता को बनाए रखें.
- कोई धार्मिक कार्य विद्यालय के समय के बाद ही करें.
- प्रत्येक विद्यालय में गतिविधि रजिस्टर का उपयोग करने आदेश, इस दौरान कहा गया कि कई विद्यालय में 6- 6 महीने से कोई गतिविधिन नहीं दर्ज की गई है.
- विद्यार्थी डायरी और शिक्षक डायरी का नियमित रूप से संघारण करें और समस्या पर जांच करें. प्रत्येक विद्यालय छात्रों का शैक्षणिक भ्रमण जरूर करायें.
- शौचालय की सफाई और टंकी की सफाई नियमित रूप से की जाए.
- बोर्ड परीक्षा में भेजे गए सत्रांक अंक के अनुसार की बोर्ड परीक्षा में नंबर आनी चाहिए.
शिक्षकों मे विरोध
इसकी वजह यह है कि ऑनलाइन कार्य बिना एंड्राइड मोबाइल फोन के संभव नहीं है, इसको लेकर शिक्षक संगठन ने अब विरोध करना शुरू कर दिया है. प्रदेश स्तर पर हाल ही में शिक्षा मंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की थी, जिसमें उन्होंने नए शिक्षाशास्त्र को लेकर दिशा निर्देश दिया था.
मुख्य रूप से 6 से 18 वर्ष तक के ऑनलाइन हाउसहोल्ड सर्वे, सभी विद्यालयों प्रत्येक छात्र से पांच पौधे लगाने और उसकी ऑनलाइन प्रविष्टि करने, सभी विद्यालय में ओपन पोस्टर बनाने और चार टॉपर छात्रों की फोटो अपलोड करने के निर्देश दिए गए हैं.
शिक्षकों का कहना है कि इनमें से ज्यादातर काम ऑनलाइन हैं, जो बिना एंड्राइड मोबाइल फोन के संभव नहीं है. दूसरी ओर सभी शिक्षकों को विद्यालय में एंड्रॉयड मोबाइल फोन लाने की मनाही है, ऐसे में शिक्षक दुविधा में है और उसका विरोध कर रहे हैं.
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए की ये मांग
शिक्षकों का कहना है कि पीईईओ के पास दो बाबू और एक कंप्यूटर अनुदेशक उपलब्ध है. इसलिए ऑनलाइन कार्य यह लोग कर सकते हैं. तभी शिक्षकों को शिक्षण कार्य करने में आसानी होगी और छात्रों को अच्छी शिक्षा मिल पाएगी. यह कदम स्वागत योग्य है, इससे शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ेगी.