कीर केवट समाज का प्रतिभा एवं भामाशाह सम्मान समारोह का हुआ आयोजन
गुढ़ागौड़जी अभिनंदन मैरिज गार्डन में आयोजित हुआ कार्यक्रम
उदयपुरवाटी (सुमेरसिंह राव) निकटवर्ती गुढ़ागौड़जी शहर के अभिनंदन मैरिज गार्डन में बुधवार को कीर केवट समाज के प्रतिभा एवं भामाशाह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उदयपुरवाटी के पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी थे। अति विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय केवट सेवा के प्रदेश अध्यक्ष मास्टर सीताराम मेहरा थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता दुगारी आश्रम के महंत मोडूराम दास ने की। कार्यक्रम का शुभारंभ केवट समाज के आराध्य देव श्रीहरि कालू महाराज के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर व सरस्वती वंदना के साथ की गई । राष्ट्रीय केवट सेना के जिला अध्यक्ष डॉ राकेश कश्यप के नेतृत्व में आयोजन समिति के पदाधिकारियों द्वारा अतिथियों का माल साफा पहनकर अभिनंदन किया गया।
कार्यक्रम के संयोजक डाॅ.शिवभगवान कश्यप ने बताया कि समारोह में कक्षा 10 व 12 में 80 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले बालक बालिकाओं तथा सरकारी सेवा में चयनितों को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया। समारोह में 150 से अधिक प्रतिभाओं और भामाशाहों का सम्मान किया गया ।
मुख्य अतिथि पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी ने कहा कि प्रतिभाओं की कमी नहीं उन्हें तराशने की आवश्यकता है। शिक्षा से ही समाज का विकास संभव है। केवट समाज हमेशा से राष्ट्रीयता का पक्षधर रहा है। सरकारी योजनाओं से समाज को अधिकाधिक लाभ अर्जित करना चाहिए।
राष्ट्रीय केवट सेना के प्रदेश अध्यक्ष मास्टर सीताराम मेहरा ने सामाजिक कुरीतियों व कुप्रथाओं को समाप्त करने एवं युवाओं को नशे से दूर रहने की अपील की। वक्ताओं ने समाज के सर्वागीण विकास हेतु बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने, सामाजिक कुरीतियां को छोड़ने, नशे से दूर रहने व समाज के शैक्षणिक उत्थान पर बल देने का आव्हान किया।
समाज के प्रतिनिधियों ने सरकार से संभाग स्तर पर छात्रावास हेतु निशुल्क भूमि आवंटन, केवट कल्याण बोर्ड में शीघ्र नियुक्ति तथा सरकार व संगठन में भागीदारी सहित ओबीसी आरक्षण के वर्गीकरण की मांग की। इस अवसर पर सूबेदार चौथमल कीर, हवलदार जैसा राम , भाजपा नेता सुरेश कश्यप, युवा मोर्चा प्रदेश महासचिव गोपाल सिंह, गुलजारी मेहरा, नेकीराम बागोरा, बंसी मेहरा, मुकेश मेहरा, शंकर लाल कीर, लालचंद फौजी, सुखदेव ककराना, लीलू राम, रमेश कश्यप, महेंद्र कश्य , नरेंद्र सिंह, प्रदीप फौजी, धुड़ाराम मेहरा, शीशराम डोकन, श्योपाल सिंह, चौथूराम कीर, भागीरथ मेहरा, मोहर सिंह, महावीर प्रसाद, रोहिताश कीर सहित सैकड़ों की संख्या में महिला पुरुष व बच्चे उपस्थित रहे