जयपुर रूट पर ड्यूटी लगने से थी नाराज: रोडवेज की महिला कंडक्टर ने खुद पर डाला पेट्रोल
भरतपुर (कौशलेन्द्र दत्तात्रेय) भरतपुर में रोडवेज बस की एक महिला कंडक्टर उस वक्त आपे से बाहर हो गई, जब अगले दिन की ड्यूटी लगाई जा रही थी। गुस्साई कंडेक्टर ऑफिस से निकलकर बाहर गई और पेट्रोल की बोतल के साथ लौटी। उसने खुद पर पेट्रोल छिड़क लिया। इसके बाद घबराए ड्यूटी अधिकारी ने वहां से खिसकने में भलाई समझी।
दरअसल शहर के रोडवेज बस स्टैंड पर एक महिला परिचालक द्वारा अपने ऊपर पेट्रोल डालने से मौके पर हड़कंप मच गया। खुद के ऊपर पेट्रोल डालने वाली महिला परिचालक दीपमाला (45) ने बताया कि 4 दिन पहले वह मेडिकल लीव से वापस आई हैं। लीव से आते ही उनकी परिचालक पद पर ड्यूटी लगा दी गई। जबकि उनकी तबियत ख़राब रहती है। उनके लिवर और पित्त की थैली में सूजन है। उसके बाद भी उनके साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। 4 दिन से उन्हें अलग-अलग रूट पर भेजा जा रहा था। आज उन्होंने हेड टाइम कीपर गौरव कश्यप से कहा कि वह उनकी एक बस में ड्यूटी लगा दें। क्योंकि उनकी तबियत ख़राब रहती है। तो गौरव कश्यप यह कहने लगा कि आपको 4 दिन में ड्यूटी करने में दिक्कत आ रही है। ऐसा ही रहा तो, आप घर बैठ जाओगी।
परिचालक दीपमाला ने बताया कि गौरव कश्यप कहने लगा कि लोग 14-14 साल से रूट पर लगे हुए हैं। उन्हें कोई दिक्कत नहीं आ रही। ड्यूटी को लेकर महिला परिचालक और हेड टाइम कीपर में काफी देर तक बहस होने लगी।
ऑफिस से निकली पेट्रोल की बोतल लेकर लौटी
हेड टाइम कीपर गौरव कश्यप से विवाद के बाद गुस्से में दीपमाला ऑफिस से निकली और 15 मिनट बाद लौटी। उसके हाथ में पेट्रोल की बोतल थी। उसने खुद पर पेट्रोल डाल लिया। इसके बाद हंगामा करने लगी। वहां मौजूद गौरव कश्यप बिना कुछ बोले ऑफिस से निकल गए। चिल्लाने की आवाज सुनकर वहां पहुंचे अन्य कर्मचारियों ने दीपमाला को समझाकर शांत किया और अधिकारियों को सूचना दी। वे दीपमाला को ऑफिस से बाहर लाए।
मामले को लेकर मुख्य प्रबंधक भरतपुर आगार शक्ति सिंह ने बताया कि महिला और हेड टाइम कीपर में ड्यूटी को लेकर कोई इशू था। जिसको लेकर महिला परिचालक दीपमाला ने अपने ऊपर पेट्रोल डाल लिया। वह बीमार रहती हैं। उनकी दवाएं भी चल रहीं हैं। जब इस घटना का मुझे पता लगा तो, मैं मौके पर पहुंचा और, उनसे बात कर पूरे मामले को जाना। जिसके बाद दीपमाला को उनके पति के साथ घर भेज दिया गया।
मुख्य प्रबंधक ने बताया- जल्दी हाईपर हो जाती हैं
भरतपुर रोडवेज मुख्य प्रबंधक शक्ति सिंह ने बताया- घटना के वक्त मैं फील्ड में था। पेट्रोल डालने की सूचना पर ऑफिस पहुंचा। दीपमाला भरतपुर शहर में ही पति सुनील के साथ रहती है। फोन कर पति को ऑफिस बुलाया। समझा-बुझा कर उन्हें पति के साथ भेज दिया। दीपमाला के दो बेटियां और एक बेटा है।
कंडक्टर और हेड टाइम कीपर के बीच ड्यूटी लगाने को लेकर बहस हुई थी। वह बीमार रहती हैं और उनकी कुछ दवाएं भी चल रही हैं। जिसके कारण वे जल्दी हाईपर हो जाती हैं। हेड टाइम कीपर का काम कंडक्टरों और ड्राइवरों की ड्यूटी लगाने का है। ड्यूटी दो तरह से लगाई जाती है। रूट पर और ऑफिस में। यह ड्यूटी चार्ट रोजाना शाम को बनता है। कभी कभी रूट या ऑफिस की ड्यूटी को लेकर इस तरह की बहस हो जाती है।