अपार में अभिभावकों की रुचि नहीं, खैरथल- तिजारा जिले में सिर्फ 41.62 प्रतिशत आईडी
खैरथल ( हीरालाल भूरानी )
खैरथल तिजारा जिले में वन नेशन वन स्टूडेंट की तर्ज पर तैयार हो रही अपार आईडी के कार्य में स्कूल संचालकों और अभिभावकों की ओर से लापरवाही बरती जा रही है। अक्टूबर से शुरू हुए अभियान में अब तक केवल 41.62 प्रतिशत स्कूली बच्चों की ही अपार आईडी बन पाई है। जिले के 1433 स्कूलों के 2 लाख 39 हजार 831 विद्यार्थियों में से अभी तक 99800 विद्यार्थियों की ही अपार आईडी बन सकी है। यानि करीब 1.40 लाख विद्यार्थी अभी भी इस अईडी से वंचित है। ऐसे में शेष अपार आईडी बनना कठिन काम हो गया है।
आईडी बनाने में जिला 41वें स्थान परः - खैरथल तिजारा जिले में शिक्षा के क्षेत्र में काफी प्रगति हुई है। जिले में 1433 विद्यालय में 2 लाख 39 हजार 831 नामांकन है, जिनमे 99800 की अपार आईडी बन गई है। खैरथल तिजारा जिला राजस्थान में 41वें स्थान पर है, जो धीमी गति से आगे बढ़ रहा है। जिले में चार ब्लाक है, जिसमे किशनगढ़बास में 366 स्कूल है जिनमे 63436 बच्चों का नामांकन है। उसमे अभी तक 25352 बच्चों की आईडी जरनेट हो- पाई है। कोटकासिम में 181 स्कूल है, जिनमें 27226 बच्चों का नामांकन है। उसमें 12680 बच्चों की आईडी बनी है। मुंडावर में 297 स्कूल है, जिसमे 33197 बच्चों का नामांकन है उसमे 17373 बच्चों की आईडी बनी है। ब्लॉक तिजारा में 589 विद्यालय है, जिनमें एक लाख पंद्रह हजार 972 बच्चे है जिसमे 44395 बच्चों की आईडी बन पाई है। जिनका प्रतिशत निकाला जाए तो किशनगढ़ में 39.96, कोटकासिम में 46.57, मुंडावर में 55.33 व तिजारा में 38.28 प्रतिशत बच्चों की आईडी बन पाई है।
इसलिए जरूरीः अपार आईडी :-
यह एक शैक्षिक आईडी कार्ड है, जिसमें विद्यार्थी के शैक्षणिक इतिहास की जानकारी होगी। इस आईडी कार्ड में विद्यार्थी के पाठ्यक्रम, अंक तालिका, प्रमाण पत्र और अन्य शैक्षणिक जानकारी होगी। यह आईडी कार्ड विद्यार्थियों को शैक्षणिक दस्तावेजों को आसानी से प्राप्त करने में मदद करेगी और स्थानांतरण एवं नौकरी के लिए भी उपयोगी होगी।
इनका कहना है -
इस संबंध में खैरथल जिला शिक्षा अधिकारी राजकुमार जैन ने बताया कि अपार आई डी बनाने को लेकर सरकारी और निजी स्कूल के संस्था प्रधानों को बार-बार निर्देशित किया जा रहा है। अभिभावकों से भी अनुरोध है कि वे स्कूल प्रबंधन का सहयोग करें। राजस्थान में खैरथल तिजारा जिला 41वें नंबर पर है।41.62 प्रतिशत विद्यार्थियों की आई डी बन चुकी है। जल्द से जल्द शत प्रतिशत आई डी बनाने के प्रयास जारी हैं।