एसीबी ने बाबू को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ किया गिरफ्तार, रजिस्ट्री देने की एवज में मांगी थी रिश्वत, दूसरा बाबू हुआ फरार
भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी की आमजन विशेष जागरूकता के हत्थे चढा भ्रष्टाचारी बाबू

अलवर (अनिल गुप्ता) जयपुर एसीबी विभाग अधिकारियों द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ विशेष जागरूकता अभियान हुआ सार्थक। भिवाड़ी भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने अलवर के बहादरपुर उपपंजीयन कार्यालय में एक बाबू को 15000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। जबकि मौके से दूसरा बाबू फरार हो गया। दोनों बाबू ने रजिस्ट्री की कॉपी देने की एवज में 15000 रुपए के रिश्वत मांगी थी। शिकायतकर्ता की शिकायत के आधार पर मामले का सत्यापन करवाया गया। मामला सही मिलने पर एसीबी ने ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया। भ्रष्टाचारनिरोधक ब्यूरो भिवाड़ी के उप अधीक्षक परमेश्वर लाल ने बताया कि जगमोहन सैनी नाम के व्यक्ति ने 11 फरवरी को शिकायत दी की बदरपुर उप पंजीयन कार्यालय में कार्यरत बाबू उससे 15000 रुपए की रिश्वत की डिमांड कर रहे हैं। उसकी जमीन की रजिस्ट्री हो चुकी है। रजिस्ट्री की कॉपी देने की एवज में रिश्वत मांगी गई। एसीबी ने शिकायत के आधार पर मामले का सत्यापन करवाया। तो मामला सही पाया गया। इस पर एसीबी ने ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया। गुरुवार को जगमोहन सैनी 15000 रुपए रिश्वत की राशि लेकर उप पंजीयन कार्यालय में पहुंचा। इस दौरान वहां मौजूद दिनेश मीना नाम के बाबू को जगमोहन ने रिश्वत की राशि दी। रिश्वत की राशि लेने के बाद जैसे जगमोहन वहां से रवाना होने लगा। इसी दौरान पहले से मौजूद एसीबी की टीम ने जगनमोहन को पकड़ लिया।
एसीबी की टीम को देखकर उप पंजीयन कार्यालय में तैनात सत्येंद्र नाम का एक अन्य बाबू मौके से फरार हो गया। शिकायतकर्ता ने बताया कि पंजीयन कार्यालय में तैनात भानुश्री ने 68000 रुपए कमर्शियल फीस जमा करने की बात कही। उसके बाद ऑफिस में कार्यरत बाबू ने उनसे संपर्क करते हुए रिश्वत की राशि देने के लिए कहा। ऐसे में साफ है कि अधिकारी के इशारे पर रिश्वत मांगी गई। ऐसे में एसीबी की टीम उप पंजीयन अधिकारी सहित अन्य लोगों से पूछताछ कर रही है। एसीबी के अधिकारी परमेश्वर लाल ने बताया कि इस मामले में फरार सत्येंद्र नाम के अन्य बाबू को भी गिरफ्तार करने के प्रयास किया जा रहे हैं। उसके लिए एसीबी की टीम दबिश दे रही है।






