राष्ट्रीय लुप्तप्राय प्रजाति दिवस के उपलक्ष में विचार गोष्ठी का आयोजन

भरतपुर, (कौशलेन्द्र दत्तात्रेय) कृषि महाविद्यालय कुम्हेर में शुक्रवार को राष्ट्रीय लुप्तप्राय प्रजाति दिवस के उपलक्ष में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।
महाविद्यालय के डीन डॉ. उदयभान सिंह ने कहा कि लुप्तप्राय प्रजाति वह प्राणी या पौधा है जिसके पृथ्वी से विलुप्त होने का खतरा है। उन्होंने बताया कि पृथ्वी पर विकसित प्रत्येेक प्रजाति का अस्तित्व एक-दूसरे से माला की कडी की तरह जुडा है, यह एक श्रंखला है, इसके विखरने से स्वयं मानव के जीवन अस्तित्व पर खतरा हो सकता है। उन्होंने बताया कि प्रजातियों के विलुप्त होने के प्रमुख कारणों में मानव अतिक्रमण, पर्यावरण प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन, प्राकृतिक आपदाऐं, शिकारियों की वृद्धि, प्रजातियों की कमजोर आनुवांशिकी एवं कम प्रजनन दर है। उन्होंने बताया कि मानव पृथ्वी एवं उसके संसाधनो पर अपना एकाधिकार समझने लगा है, जहॉ अन्य प्रजातियों के लिए कोई स्थान नही है। उन्होंने बताया कि राजस्थान का राज्य पक्षी गोडावण विलुप्त होने की कगार पर है। हमें अन्य प्रजातियों के संरक्षण के उपाय अपनाने चाहिए। खेती में पेस्टीसाइड का प्रयोग घटाना चाहिए। डॉ.राजकुमार मीना, डॉ. श्वेता सिंह व डॉ.राजवीर सिंह ने भी विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर समस्त महाविद्यालय स्टाफ व विद्यार्थी उपस्थित थे।






