चम्बल परियोजना के द्वितीय चरण में 135 एमएलडी क्षमता का होगा जल शोधन संयत्र
भरतपुर, (कौशलेन्द्र दत्तात्रेय) जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी एवं भू-जल विभाग मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने कहा कि पेयजल परियोजनाओं को गति देते हुये गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय में पूरा करायें, जिससे आमजन को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो सके। उन्होंने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से सुझाव लेकर जिले में स्वच्छ एवं निर्बाध पेयजल आपूर्ति के लिये अधिकारियों को निरंतर मॉनिटरिंग कर समस्या के स्थाई समाधान के निर्देश दिए।
जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिले की पेयजल परियोजनाओं की प्रगति एवं पेयजल सप्लाई व्यवस्था की समीक्षा करते हुये उपस्थित अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार प्रत्येक घर तक स्वच्छ एवं निर्बाध पेयजल आपूर्ति के लिये कृत संकल्पित है। अधिकारी सभी पेयजल परियोजनाओं की निरंतर मॉनिटरिंग करते हुये गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय में पूरा करायें। उन्होंने कहा कि शहरों की बढती आबादी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में भविष्य के विस्तार को देखते हुये पेयजल परियोजनाओं में पेयजल आपूर्ति का प्लान तैयार करें।
उन्होंने चम्बल-धौलपुर-भरतपुर परियोजना से वर्तमान में प्राप्त हो रहे 80 एमएलडी पानी के वितरण का सुव्यवस्थित एवं पारदर्शी प्लान तैयार कर प्रत्येक आबादी क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि परियोजना के द्वितीय चरण में धौलपुर में चम्बल पर प्रस्तावित 135 एमएलडी के परियोजना को निर्धारित समय में पूरा करायें, जिससे भरतपुर शहर, गांव व डीग जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में भी निर्बाध पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के पूर्ण होने पर आगामी दशकों तक दोंनो जिलों में स्वच्छ पेयजल आपूर्ति निर्बाध रूप से हो सकेगी।
जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री ने कहा कि जल-जीवन मिशन एवं अन्य सतही जल स्रोतों से पेेयजल आपूर्ति के लिये प्रगतिरत कार्यों को पूर्ण गुणवत्ता के साथ पूरा करायें। जो भी संवेदक गुणवत्ता एवं टेंडर की शर्तों के अनुसार कार्य नहीं करें उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लायें। उन्होंने कहा कि पेयजल लाइन डालने के बाद सडकों की खुदाई का मेटेरियल बाहर डलवायें तथा पूर्ण भराव से पहले प्रेशर की जांच कर मिट्टी से ही भराव सुनिश्चित करायें। उन्होंने गांव में जल-जीवन मिशन के तहत खोदी गई सडकों को पूर्ण गुणवत्ता के साथ पूर्व स्थिति के अनुसार करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने जनप्रतिनिधियों एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों से भी जल-जीवन मिशन एवं पेयजल परियोजनाओं के कार्यों की गुणवत्ता की समय-समय पर जांच करने का आव्हान किया।
उन्होंने कहा कि पेयजल व्यवस्था के लिये बजट की कमी नहीं है जहां भी आवश्यकता हो हैण्डपम्प, सिंगलफेस अथवा थ्रीफेस का ट्यूवैल लगाकर आमजन को स्वच्छ पेयजल आपूर्ति करें। उन्होंने निर्धारित मापदण्ड के अनुसार ट्यूवैल नहीं लगाने वाले संवेदकों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ट्यूवैल मापदण्डों के अनुसार नहीं लगाये जाने के कारण है उनमें शीघ्र ही पानी की कमी आ जाती है जिसके चलते पेयजल टंकियां एवं पाईपलाइन के तंत्र का भी सदुपयोग नहीं हो पाता है। उन्होंने जिले में सतही जल एवं परम्परागत जल स्रोतों, कुंओ- बावडियों में जल की उपलब्धता को देखकर उसकी साफ-सफाई एवं मरम्मत के प्रस्ताव बनाकर भेजने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि परम्परागत जल स्रोतों में पानी को साफ कर मीठा एवं स्वच्छ पानी की सप्लाई की जा सकेगी। उन्होंने अधिकारियों को चम्बल परियोजना के द्वितीय चरण में 246 गॉव एवं धौलपुर जिले के राजाखेडा तहसील के 390 गॉवों की पेयजल परियोजना की भी समीक्षा कर शीघ्र कार्योंे को गति प्रदान करने के निर्देश दिये।
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री ने कहा कि अवैध नल कनेक्शनों के खिलाफ अभियान चलाकर सख्त कार्यवाही करें। पेयजल की उपलब्धता सीमित है, घरेलू कार्यों के अलावा कृषि व अन्य कार्यों में उपयोग लेते पाये जाने पर पुलिस में प्राथमिकी दर्ज करायें। उन्होंने सभी अभियंताओं को पेयजल के नवीन कनेक्शनों में फैरूल का उपयोग अनिवार्य करने तथा पाईप लाइन डालते समय गुणवत्ता की पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
वैर विधायक बहादुर सिंह कोली, डीग-कुम्हेर विधायक डॉ. शैलेश सिंह, बयाना विधायक डॉ ऋतु बनावत, पूर्व सांसद रामस्वरूप कोली, पूर्व विधायक विजय बंसल, बच्चूसिंह बंशीवाल ने भी क्षेत्र की समस्याओं के निराकरण के बारे में सुझाव दिये। जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव ने पेयजल परियोजनाओं की प्रगति, जल जीवन मिशन व पेयजल प्रबंधों के बारे में प्रशासन द्वारा किये जा रहे प्रयासों के बारे में बताया।
अतिरिक्त मुख्य अभियंता जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मोहन लाल मीणा, चम्बल परियोजना के अतिरिक्त मुख्य अभियंता सुरेन्द्र शर्मा ने योजनाओं की प्रगति एवं पेयजल वितरण व्यवस्था के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर अधीक्षण अभियंता चम्बल परियोजना एचके अग्रवाल, अधीक्षण अभियंता जलदाय नरेन्द्र वर्मा सहित भरतपुर व डीग जिले के सभी अधिशाषी अभियंता, सहायक अभियंता एवं परियोजना से जुडे अधिकारी उपस्थित रहे।