पपला को थाने से भगा ले जाने वाला गैंगस्टर गिरफ्तार: पुलिस से बचने के लिए अखाड़ों में रहा
6 साल पहले एके-47 से की थी फायरिंग

जयपुर (राजस्थान) 6 साल पहले राजस्थान के कुख्यात गैंगस्टर पपला गुर्जर को थाने से भगा ले जाने वाले बदमाश को गिरफ्तार किया है। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने मंगलवार को राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर से राजवीर उर्फ लारा गुर्जर (32) को पकड़ा था।
आरोपी के पास से AK-56 और अन्य हथियार भी मिले है। लारा पपला का खास दोस्त बताया जाता है। आरोपी को पकड़ने के लिए 1 लाख रुपए का इनाम भी रखा था। आरोपी पुलिस से बचने के लिए अलग-अलग राज्यों में फरारी काटी। यहां तक वह भेष बदलकर कई अखाड़ों में भी रहा।
बुधवार सुबह राजवीर को भारी सुरक्षा के बीच बहरोड़ ACJM कोर्ट में पेश किया गया, जहां न्यायिक मजिस्ट्रेट मुकुल अग्रवाल ने उसे 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया।
खतरनाक हथियार के साथ 7 जिंदा कारतूस भी मिले - एडीजी क्राइम दिनेश एमएन ने बताया कि एजीटीएफ राजस्थान जयपुर टीम लगातार आरोपी की तलाशी के लिए सर्च कर रही थी। मंगलवार को इनपुट मिला कि इनामी बदमाश राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर के रेवाड़ी इलाके में है।
इप पर टीम ने आरोपी को कोरेवाड़ी से गिरफ्तार किया। राजवीर के पास से एके-56 के साथ, डबल मैग्जीन और 7 जिंदा कारतूस भी मिले है।

छह साल में अलग-अलग जगह काटी फरारी - राजवीर के खिलाफ महेन्द्रगढ़ (हरियाणा) में हत्या व मारपीट के कई प्रकरण दर्ज है। इसमें हत्या के प्रकरण में जमानत पर चल रहा था। राजवीर ने 6 साल के दौरान लगभग 18-20 राज्यों विजय नगर कर्नाटक, कोल्हापुर व नासिक (महाराष्ट्र), गोवा, प्रयागराज (उत्तर प्रदेश), हरियाणा व दिल्ली के विभिन्न जिलों में अपनी पहचान छुपाते हुए फरारी काटी है। इस दौरान इस ने कई बार भेष बदला व दक्षिणी भारत में विभिन्न अखाड़ों में रहा ताकि पुलिस को चकमा दिया जा सकें।
पुलिस उसे पकड़ नहीं पाए इसलिए वह मोबाइल का भी इस्तेमाल नहीं करता था। न ही वह किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक्टिव था।

एके-47 और 56 से फायर कर पपला को छुड़ाया था - गैंगस्टर राजवीर ने बहरोड थाने में बंद पपला गुर्जर को छुड़वाने के लिए 6 सितम्बर 2019 को एके 47 व एके 56 व पिस्टलों से फायर किया था। फायरिंग करते हुए लॉक अप तोड़ कर वे पपला को लेकर फरार हो गए थे। इसके बाद पपला और उसके साथी फरार चल रहे थे। हालांकि करीब एक साल 4 महीने बाद बदमाश पपला को पुलिस ने महाराष्ट्र के कोल्हापुर से महिला मित्र के साथ गिरफ्तार कर लिया था।
लेकिन, राजवीर उर्फ लारा तब से फरार चल रहा था। आरोपी के नाम के अनुसार ही पुलिस ने ऑपरेशन लारा चलाया। बताया जाता है कि बदमाश राजवीर बचपन में क्रिकेट का अच्छा खिलाडी था। इस कारण गांव में बदमाश राजवीर को लारा नाम से पुकारते थे।






