औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिए सरकार और प्रशासन प्रतिबद्ध- जिला कलक्टर

भरतपुर, (कौशलेन्द्र दत्तात्रेय) उद्योग एवं वाणिज्य विभाग की ओर से विभिन्न सेक्टर में निवेश बढ़ाने एवं रोजगार के अवसर सृजित करने हेतु शुक्रवार को निजी होटल में जिला प्रशासन एवं जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र, भरतपुर के द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में निवेश प्रोत्साहन और औद्योगिक विकास से जुड़ी आठ महत्वपूर्ण योजनाओं तथा नीतियों के संबंध में उद्यमियों और निवेशकों को विस्तार से जानकारी दी गई।
जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव ने कहा कि भरतपुर एवं डीग जिले में औद्योगिक निवेश को आकर्षित करने के लिए राज्य सरकार और जिला प्रशासन सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। निवेश प्रस्तावों की नियमित समीक्षा की जा रही है और उन्हें विभिन्न श्रेणियों में विभाजित किया गया है। सभी संबंधित विभाग अलग-अलग प्रकार के निवेश को सहायता प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कन्वर्जन की अवधि को पहले ही कम कर दिया गया है और आने वाले समय में इसे और भी कम करने के प्रयास जारी हैं। इसके अतिरिक्त रजिस्ट्रेशन संबंधी समस्याओं के समाधान पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भरतपुर को एनसीआर से जोड़ने और इसे एक प्रमुख ट्रांसपोर्ट हब के रूप में विकसित करने के लिए दृढ़ संकल्पित है। उन्होंने औद्योगिक इकाइयों की समस्याओं के समाधान के लिए जिला प्रशासन की ओर से हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। सरकार का यह सक्रिय दृष्टिकोण भरतपुर जिले में औद्योगिक विकास को नई गति प्रदान करेगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
उद्योग एवं वाणिज्य उपायुक्त डॉ रंजना यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान को हर क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने के लिए कटिबद्व है। राइजिंग राजस्थान में हुए एमओयू से प्रदेश में उद्योगों की बहार आने वाली है। बड़ी संख्या में निवेशक यहां उद्योग स्थापित करने के लिए रूचि दिखा रहे हैं। मुख्यमंत्री शर्मा की मंशानुरूप प्रदेश में औद्योगिक समृद्वि के द्वार खुल रहे हैं। प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने के लिए निजी क्षेत्रों के निवेशकों के साथ विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के लिए लगभग 35 लाख करोड रुपये से अधिक के एमओयू किए गए है। सरकार के सभी एमओयू का शत प्रतिशत धरातल पर लाने के लिए भजनलाल सरकार संकल्प प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि औद्योगिक विकास होने से युवाओं को रोजगार अवसर मिलेंगे, युवाओं को राजकीय विभागों के साथ निजी क्षेत्रों में रोजगार व स्वरोजगार के लिए अवसर उपलब्ध करवाने के लिये प्रदेश सरकार संवेदनशील है। राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टर मीट के माध्यम से प्रदेश सरकार औद्योगिक संघ के प्रतिनिधियों, उद्योगपतियों व निवेशकों को फेसिलिटेट कर औद्योगिक संभावनाओं पर निरन्तर प्रगतिरत है। उन्होंने कहा कि औद्योगिक विकास की अपार संभावनाओं के साथ प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार के बेहतरीन अवसर मिलेंगे। मुख्यमंत्री श्री शर्मा की मंशा है कि क्षेत्रीय निवेश को बढ़ावा मिले,ताकि प्रादेशिक विकास की गति तीव्र हो और भरतपुर, डीग जिले के साथ साथ राजस्थान प्रदेश हर क्षेत्र में अग्रणी बने। उन्होंने कहा क्षेत्रीय निवेश को बढ़ावा देने और सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी देने के लिए जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है।
महाप्रबंधक जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र सीएम गुप्ता ने बताया कि जिले में अधिकाधिक निवेश के लिए उद्यमियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है, सरकार के द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी प्रदान की जाती है। उन्होंने कहा जिले में बड़े स्तर पर निवेश लाने और उद्योगों को स्थापित करने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से प्रतिबद्व है तथा इस संबंध में आ रही समस्याओं का समाधान किया जाएगा। डीग जिले में खनन और भरतपुर में पर्यटन,एग्रो प्रोसेसिंग क्षेत्र में निवेश की काफी संभावनाएं है। जिले के विभिन्न क्षेत्रों में निवेशकों द्वारा निवेश किया जा रहा है जिसमें कृषि, पेय पदार्थों, खनिज, पर्यटन, होटल व्यवसाय, हॉस्पीटल, माईनिंग, केमिकल उत्पाद,तेल और अन्य क्षेत्रों में निवेश किया जा रहा है।
कार्यशाला में प्रतिभागियों को उद्योग रजिस्ट्रेशन की जानकारी एवं उद्यम स्थापना में आवश्यक दस्तावेजों और एनओसी प्रमाण पत्र के विषय जानकारी प्रदान की गई। कार्यशाला में जिला उद्योग एवं वाणिज्य अधिकारी सूर्यकांत पांडे ने 8 महत्वपूर्ण योजनाओं एवं नीतियों जिनमें एक जिला एक उत्पाद 2024, राजस्थान निर्यात संवर्द्धन नीति, एकीकृत क्लस्टर विकास योजना,राजस्थान एमएसएमई पॉलिसी-2024, राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना 2024,लॉजिस्टिक्स पॉलिसी-2025, डेटा सेंटर पॉलिसी-2025, एकीकृत क्लस्टर विकास योजना, राजस्थान टैक्सटाइल एण्ड एपेरल-2025 पर विस्तृत प्रकाश डाला गया। इन योजनाओं एवं नीतियों से उद्योग जगत पर पड़ने वाले अनुकूल प्रभाव की जानकारी दी। इस दौरान विषय विशेषज्ञों ने योजनाओं तथा नीतियों से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर विचार व्यक्त किए। कार्यशाला में रिको विभाग क्षेत्रीय प्रबंधक एन के वर्मा, फोर्टी अध्यक्ष अनुराग गर्ग, होटल एसोसिएशन दीपराज, ब्रज उद्योग संघ विनीत, लघु उद्योग भारती प्रेम सिंह कुंतल, लघु उद्योग भारती सचिव राहुल बंसल, सीए एसोसिएशन कमलजीत चौंबर ऑफ़ कॉमर्स अध्यक्ष कृष्ण मुरारी अग्रवाल, सीए हेमंत ,दीनदयाल , भूपेश, लक्ष्मण सहित औद्योगिक संघ के प्रतिनिधि, उद्योगपति व निवेशक मौजूद रहे।






