अनाधिकृत कट्स एवं अतिक्रमणों पर कार्यवाही करते हुए यातायात को सुगम व सुरक्षित बनाएं - जिला कलक्टर
हाईवे के साथ-साथ लोकल सड़क मार्गों पर भी दुर्घटना संभावित स्थानों को चिन्हित कर आवश्यक सुधार करें, हमारा उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना- जिला पुलिस अधीक्षक

कोटपूतली-बहरोड़, (भारत कुमार शर्मा) जिला कलक्टर कल्पना अग्रवाल की अध्यक्षता में शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। इस दौरान जिला पुलिस अधीक्षक दुष्यंत राजन भी मौजूद रहे.
बैठक में सड़क सुरक्षा से संबंधित विभिन्न बिंदुओं और सड़कों की स्थिति की समीक्षा करते हुए सड़क दुर्घटनाओं और इसके कारणों पर गहराई से चर्चा की गई। इस दौरान ओवरस्पीडिंग, ट्रैफिक प्रबंधन, ब्लैक स्पॉट, यू-टर्न, साइन बोर्ड, यातायात नियमों के बारे में प्रचार-प्रसार करने, आपातकालीन सेवाओं के रिस्पॉन्स टाइम जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी विस्तृत विचार-विमर्श कर संबंधित विभाग को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए गए.
जिला कलक्टर ने सड़क सुरक्षा एक्टिविटी पर फोकस रखते हुए हाईवे के मध्य अनाधिकृत समस्त कट्स एवं ब्लैक स्पॉट को चिन्हित करते हुए उन्हें बंद करने के निर्देश दिए, साथ ही सर्वे कर दुर्घटना संभावित स्थानों, अनाधिकृत पार्किंग को चिन्हित कर आवश्यक कार्यवाही करने को कहा जिससे की सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित किया जा सके. उन्होंने सड़कों की मरम्मत, नेशनल हाईवे पर आवश्यक स्थानों पर हेल्प लाइन नंबर प्रदर्शित करने, आईआरडीए ऐप पर दर्ज ब्लैक स्पॉट की स्थिति के संबंध में आवश्यक निर्देश प्रदान किए. उन्होंने स्थानीय आवश्यकता व दुर्घटना कारणों को ध्यान में रखते हुए विभिन्न विभागों को आपसी समन्वय से कार्ययोजना बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने और दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए विभिन्न उपायों पर चर्चा की। उन्होंने निर्देश दिए कि ट्रैफिक नियमों का पालन सुनिश्चित किया जाए और लोगों को जागरूक किया जाए। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को हाईवे के मद्देनजर किसी प्रकार के हादसे की स्थिति से निपटने के लिए सदैव तैयार रहने के निर्देश दिए. उन्होंने मानसून से पहले सड़कों की स्थिति में सुधार के प्रयासों में गति लाने को कहा.
जिला पुलिस अधीक्षक ने संबंधित विभागों को दिशा-निर्देश दिए कि हाईवे पर निरीक्षण कमिटी द्वारा सर्वे कर नए दुर्घटना संभावित क्रॉसिंग पॉइंट्स व ब्लैक स्पॉट को चिन्हित कर सुधार करें, आवश्यक स्थानों पर फेंसिंग या अवरोधक, साइनेज बोर्ड, डिवाइडर, रिफ्लेक्टर, पिलर्स लगवाया जाना सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि एनएचएआई अधिकारी हाईवे, फ्लाईओवर आदि के निर्माण से पहले गहन सर्वे कर प्रस्ताव तैयार करें जिससे भविष्य में ट्रैफिक की समस्या नहीं हो, हाईवे पर रात्रि में कार्य के दौरान दुर्घटना से बचने के लिए साइनेज लगवाए. उन्होंने कहा कि कागजी कार्यवाही के साथ जमीनी स्तर पर भी सुधार देखने के लिए संवेदनशीलता से कार्य करें, हाईवे के साथ- साथ एमडीआर, ग्रामीण सड़कें व अन्य सड़क मार्गों पर भी सर्वे कर दुर्घटना संभावित स्थानों का चयन कर संबंधित एजेंसियों को पाबंद करते हुए आवश्यक सुधार करें. हमारा उद्देश्य हर हाल में दुर्घटनाओं में कमी लाना है, इसके लिए त्वरित एक्शन प्लान की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर, ट्रॉली, डंपर, ट्रक व अन्य माल वाहक वाहनों की पीछे विभिन्न विभाग कार्ययोजना बनाकर टीम के साथ रिफ्लेक्टर टेप लगवाना सुनिश्चित करें. पशुओं से होने वाले ऐक्सिडेंट में कमी लाने के लिए उनके सिंघियपर रिफ्लेक्टर टेप लगाएं.
इस दौरान अधीक्षण अभियंता पीडब्लयूडी रामावतार कुमावत ने सड़क सुरक्षा समिति द्वारा किए जा रहे कार्यों की विस्तार से जानकारी दी. बैठक में उपस्थित अतिरिक्त जिला कलेक्टर ओमप्रकाश सहारण, एनएचएआई अधिकारी रविन्द्र कुमार, राहुल कुमार, जिला परिवहन अधिकारी सुनील कुमार सैनी सहित अन्य अधिकारियों ने भी अपने विचार रखे और सड़क सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने की दिशा में सुझाव दिए।






