नेता व पुलिस प्रशासन आमने-सामने: थाने के बाहर धरना देने की प्लानिंग बना रहे भाजपाई और कांग्रेसी, बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधियों की भीड़ हुई जमा
बहरोड़ (अलवर, राजस्थान /योगेश शर्मा) बहरोड़ पुलिस थाने के बाहर रविवार सुबह काफी संख्या में राजनीतिक लोग और प्रबुद्धजन एकत्रित हो गये। बताया जा रहा है कि पुलिस ने एडवोकेट राजाराम यादव, हितेंद्र यादव और निशांत यादव को गत दिनों बहरोड़ महाविद्वालय में आयोजित छात्र संघ शपथ ग्रहण समारोह का आयोजक बताते हुए थाने में बुला लिया और वहीं बैठा लिया। उसी समारोह में हिस्ट्रीशीटर जसराम गुर्जर का भाई रामफल गुर्जर भी मौजूद था। जिसे अस्पताल में हुई फायरिंग की घटना में शामिल बताया जा रहा है। पुलिस का मानना है कि रामफल गुर्जर ने अपने आदमी भेजे थे। इसी घटना को जोडकर पुलिस सभी को थाने लेकर आई है।
सूचना के काफी संख्या में राजनीतिक लोग और प्रबुद्धजन एकत्रित होकर उनको छोड़ने की मांग की। एडवोकेट बस्तीराम यादव ने बताया कि पुलिस ने क्षेत्र के भामाशाह राजाराम एडवोकेट और हितेन्द्र एडवोकेट को सुबह जल्दी थाने में लाया गया है जो निन्दनीय है। कहा कि पुलिस ने ये मानकर कि दोनों बहरोड़ काॅलेज में आयोजित छात्र संघ समारोह के आयोजक थे और अस्पताल में हुए गोलीकांड के आरोपियों को उसमें बुलाया गया था। जबकि भामाशाह उस समारोह के आयोजक नहीं थे केवल भामाशाह की हैसियत से काॅलेज प्रांगण में गये थे। केवल इसके लिए कि ये काॅलेज प्रांगण में क्यों गये थे। इनको लाया गया है। अभी डीएसपी से मिले थे। 10 मिनट में छोड़ने के लिए कहा है। फिर देखते हैं क्या होता है।