नगरपालिका की अनदेखी के चलते किसानों की सैकड़ों बीघा जमीन हुई बंजर, आमजन परेशान
शिकायत करने के बावजूद भी नगर पालिका के कर्मचारी नहीं दे रहे हैं ध्यान प्रशासन के आला अधिकारी भी नहीं कर रहे किसानों की बढ़ती समस्या को लेकर कोई समाधान। ग्रामीण व साधु संतों ने बताया कि यदि प्रशासन हमारी मांगे 7 दिन में पूरी नहीं होने पर दी धरना प्रदर्शन व आंदोलन की चेतावनी।
भरतपुर,राजस्थान
भरतपुर जिले के कामां कस्बे में होने वाली गंदगी को लुकलुक कुंड के समीप नगर पालिका कि गाडियों से पिछले दस वर्ष से लगातार डाला जा रहा है। आने जाने वाले राहगीर व ग्रामीण कचरे के ढेरों से परेशान हैं और गंदगी से उठने वाली दुर्गंध ने आस पास के गांव को अपनी चपेट में ले लिया है | एक दर्जन गांव कचरे के पहाडो से प्रभावित हो रहे हैं साथ ही ग्रामीणों का खाना पीना दुश्वार हो रहा है लेकिन केवल आश्वासन के सिवाय ग्रामीणों को कुछ भी नहीं दिया जा रहा है |
● नगर पालिका द्वारा शहर में होने वाली प्रतिदिन गंदगी को ट्रैक्टर ट्रॉली और ऑटो टिपर के माध्यम से पिछले 10-12 साल से लुकलुक कुंड के पास डलवाया जा रहा है | कचरे का निस्तारण नहीं होने से सड़क के किनारे पर कचरे के पहाड़ बन गए हैं और करीब एक दर्जन गांवों का रास्ता कचरे के कारण बाधित हो गया है |
● शहर से रोजाना करीब 30 - 40 ट्रैक्टर ट्रॉली और ऑटो टिपर कचरे को ले जाकर सड़क के किनारे व गया कुंड व लुकलुक कुंड के आसपास डालते है | करीब डेढ़ किलोमीटर तक रास्ते में कचरा ही कचरा दिखाई देता है | कचरे के साथ साथ जानवरों के शवों को भी ट्रैक्टर ट्रॉली से रास्ते में डाला जाता है | पशुओं के शवों के सड़ जाने से उठने वाली दुर्गन्ध से न केवल ग्रामीणों को परेशानी होती है बल्कि उनका खाना पीना तक हराम हो जाता है |
कचरे के ढेर की वजह से मच्छर मक्खी पैदा होते है और यहां तक की आस पास के गाँवों में मक्खियों का साम्रज्य रहता है | सुबह शाम खाना बनाते खाते समय मक्खियां घरों पर आक्रमण कर देती है।
● प्राप्त जानकारी के अनुसार कचरे के पहाड़ों के पास ही कुछ दूरी पर भगवान श्री कृष्ण की क्रीड़ा स्थली लुक लुक कुंड के पास जब तीर्थयात्री खतरों के ढेरों को देखते हैं तो उनकी आंखें भर आती है कि यह क्या देखने आए और हमें यह क्या देखने को मिल रहा है इतनी दुर्गंध।
साथ ही हम आपको बता दें कि आदि काल वृंदावन धाम ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा मार्ग भी इसी सड़क मार्ग से होकर गुजरती है जो की लाखों यात्री परिक्रमा देते हुए ब्रज चौरासी कोस के तीर्थ स्थानों के दर्शन प्राप्त करते हैं लेकिन आज उन्हें कचरे के ढेरों से निकलने वाली दुर्गंध का सामना करना पड़ रहा है यह बहुत ही चिंता का विषय माना जाता है।।
● साथ ही यह सड़क मार्ग केदारनाथ झीडी व बद्रीनाथ के लिए भी निकलता है जहां पर प्रत्येक दिन सैकड़ों तीर्थ यात्रियों की गाड़ियां इन्हीं कचरे के पहाड़ों से होकर गुजरती हैं और कई बार तो यहां पर इन कचरे के ढेरों से दुर्घटनाएं भी घर चुकी हैं कई बार उपखंड अधिकारी नगर पालिका अधिशासी अधिकारी को किसानों ने बैग ग्रामीणों ने होने वाली समस्या में घटनाओं को लेकर अवगत कराया जा चुका है लेकिन आज तक किसी भी अधिकारी के कानों में जूं तक नहीं रेंगी आखिर अधिकारी क्यों नहीं कर रहे कार्यवाही।।
● किसान लोगों का कहना है कि प्रशासन हमारी सुन नहीं रहा चारों तरफ सरकार लाखों करोड़ों रुपए कोरोना बस आप पर खर्च कर रही है इस समय हमारे आसपास इतनी गंदगी का आलम है कि कुछ कहा नहीं जा सकता मक्खियों का साम्राज्य बना हुआ है अब इस हालात में हम करें तो करें क्या कचरे के ढेरों से तेज हवा के साथ पॉलिथीन की पनिया बैठक खेतों में उड़कर फसल को बर्बाद कर देता है और जमीन भी बंजर होने लगती है किसान लोगों के पास इस समस्या के समाधान के लिए आंसुओं के सिवा कुछ और बाकी नहीं बचा है क्योंकि प्रशासन के आला अधिकारी किसानों को होने वाली समस्या से उचित दूरी बनाए रखते हैं।