उदासीनता : सतर्कता एवं जाल बिछाए तो रुके हादसे: खुले कुओं के मालिकों को नोटिस देकर भूले जिम्मेदार
बड़ा हादसा होने की इंतजार में प्रशासन
खैरथल (हीरालाल भूरानी ) नगरपरिषद प्रशासन ने दो वर्ष पूर्व सिवाना रोड पर इंजीनियर पाइंट स्कूल के पीछे सूखे पड़े सुनसान स्थान पर कुएं में महिला की मौत के बाद शहर के सभी जमीन मालिकों को नोटिस देकर पाबंद किया गया था कि सभी कुओं के ऊपर जाल बिछाए जाएं लेकिन नोटिस प्रक्रिया के बाद यह जानने की जरूरत नहीं समझी कि कितने कुंओं पर जाल लगे।
ताज़ा नया उदाहरण शहर के खैरथल किरवारी रोड पर रेलवे फाटक संख्या 91 के पास देखने को मिला। जहां एक खुला कुआं जो सड़क के एकदम नजदीक बिना मुंडेर का दिखाई दिया। पूछताछ करने पर पता चला कि वर्षों पुराना यह कुआं जर्जर हालत में पड़ा हुआ है जिसके चारों तरफ़ की मुंडेर खत्म होने लगी है।
उल्लेखनीय होगा कि इस किरवारी फाटक पर चौबीसों घंटे यातायात चलता रहता है। अंधेरे में वाहन को आगे पीछे करने के चक्कर में कभी भी बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है। रेलवे गेटमैन राकेश सैनी ने बताया कि हादसे के डर की वजह से दो दिन पूर्व ही कुएं के पास रेलवे के स्लीपर डलवाकर दुर्घटना को रोकने की कोशिश की है।
इस संबंध में नगरपरिषद के आयुक्त श्याम बिहारी गोयल से पूछा तो उन्होंने बताया कि मेरे संज्ञान में यह मामला आपके द्वारा लाया गया है। जांच करवाता हूं। शहर में जितने भी खुले कुएं है उनको बंद कराने की प्रक्रिया की जाएगी।