वार्षिकोत्सव में बिखरी सांस्कृतिक छटा की महक
वार्षिकोत्सव में बिखरी सांस्कृतिक छटा की महक
राजगढ़। शिक्षा मानव समाज के विकास और प्रगति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह हमारे समाज में विवेक, ज्ञान, समझ, और समर्पण की भावना को विकसित करती है। यह बात भारतीय विद्यापीठ स्कूल में आयोजित वार्षिकोत्सव में राष्ट्रपति अवार्ड से सम्मानित शिक्षिका आशा सुमन ने कही। कही। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रधान पति राजेंद्र सिंह राठौड़, पदमा गोयल व रश्मि विजय ने कहा कि यह वह संस्था है जहां विद्यार्थियों को ज्ञान-विज्ञान के साथ देश प्रेम, समाज सेवा, संस्कृति तथा नैतिक मूल्यों की शिक्षा दी जाती है। हम इनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते है। संस्था के निदेशक दिनेश सैन ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ भारत विकास परिषद के केएम गुप्ता, राजेश ठेकेदार, लोकेश रावत व दीपक विजय सहित अन्य अतिथियों ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समकक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर किया। समारोह में छात्राओं ने मां सरस्वती की वंदना कर स्वागत गीत के माध्यम से सभी अतिथियों का आदर सत्कार किया। इस मौके पर छात्र-छात्राओं ने राजस्थानी, हरयाणवी, आदिवासी, देशभक्ति व पाश्चात संस्कृति पर आधारित गीतों पर अपनी प्रस्तुतिया देकर समारोह को कला एंव संस्कृति की खुशबू से महका दिया। समारोह में एक से बढ़कर एक रंगारंग कार्यक्रम में नन्हे कदमो को थिरकता देख अभिभावक व अतिथि भी अभिभूत हो गये। इस दौरान भजन सम्राट के नाम से विख्यात भाई सुरजीत सिंह के आगमन से कार्यक्रम में चार चांद लग गए जैसे ही उन्होंने बाबा श्याम का भजन गया तो पूरा पंडाल श्याममयी हो गया।इस कार्यक्रम को दर्शकों ने खूब सराहा वही बच्चो ने जमकर तालिया बटोरी। समारोह के दौरान श्रेष्ठ सांस्कृतिक कार्यक्रम करने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। संस्था निदेशक सैन ने शाला का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर अभिभावक शिक्षक व शिक्षिकाएं मौजूद रहे। मंच संचालन राजकुमार गुप्ता ने किया।