उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र के गांवो में पैंथर के आतंक से लोगों को बचाने की गुहार
उदयपुरवाटी (सुमेर सिंह राव)
अभियान -योजना आपके द्वार संयोजक -के के सैनी उदयपुरवाटी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर उदयपुरवाटी के पहाड़ी बैल्ट (कोट नांगल, छापोली,मण्डावरा, जहाज मावता, मणकसास, बागोली, गुड़ा पौंख किशोरपुरा आदि गांवों) के पशुपालकों को पैंथर के आंतक से भयभीत जनता को बचाने की प्रशासन से पुरज़ोर मांग की है । पैंथर को बचाने के चक्कर में पहाड़ी क्षेत्र के गरीबों की आजीविका समाप्त होने के कगार पर है। 4-5 दिन से बागोली की ढाणी सालासर के आस-पास कई ढाणियों में पैंथर ने लोगों का जीना हराम कर रखा है।
उदयपुरवाटी के पहाड़ी बैल्ट में बसे लोगों की मुख्य आजीविका पशुपालन -खेती खत्म होने की दोहरी -तीसरी मार पड़ रही है, यहां सिंचाई के पानी की तो बात बहुत दूर की है, शुद्ध पेयजल भी उपलब्ध नहीं हो रहा है, जिसके लिए हम लोग 80 दिन से पानी के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे है।
दूसरी तरफ मनसा माता कंजर्वेशन रिजर्व सेंटर विकसित करने के नाम से छोड़े गए बाघ/पैंथर्स ने कोट नांगल से लेकर किशोरपुरा तक पूरे पहाड़ी बैल्ट में पैंथर्स ने पशुपालकों के साथ भय का आतंक मचा रखा है,l
इससे इस क्षेत्र की जनता में दिन प्रतिदिन जबरदस्त रोष, असंतोष व गुस्सा बढ़ता जा रहा है,जो कभी भी बारूद की तरफ विस्फोटक रूप ले सकता है। कहते हैं कि मरता क्या न करता ...!? फिर भी वन विभाग के कर्मचारी अधिकारी बाज नहीं आए तो इस क्षेत्र के लोगों की जान माल आजीविका की रक्षा हेतु लोगों के साथ रोड़ पर आना पड़ेगा, लोगों का कहना है कि पैंथर बचाने के चक्कर में कोई ओर खेल तो नहीं खेला जा रहा है l
मनसा माता पहाड़ियों में लव-कुश वाटिका व पैंथर सफारी विकसित करने की जो तैयारियां वन विभाग द्वारा की जा रही हैं उन्हें तुरंत प्रभाव से स्थगित की जावें।जब तक पैंथर से लोगों की जान माल व उनकी मूल आजीविका पशुपालन की पूर्ण सूरक्षा की गारंटी नहीं मिल जावें अर्थात सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नही होने तक इस परियोजना को रोक दिया जावें।
जल्दी ही इस गम्भीर विषय पर अरावली चेतना संस्थान सेवा समिति व उदयपुरवाटी जल संघर्ष समिति से बातचीत कर आगे की रणनीति तय की जाएगी।