जहाजपुर बना अपराधियों की शरण स्थली, दुसरे राज्यों से आकर रह रहे सैकड़ों लोग जिनका प्रशासन के पास नहीं कोई रिकॉर्ड
जहाजपुर (आज़ाद नेब) उपखंड क्षेत्र में दुसरे राज्यों से आकर वर्षों से रह रहे सैकड़ों लोगों का स्थानीय प्रशासन के पास अभी तक कोई रिकॉर्ड नहीं है जिसका उदाहरण आज शक्करगढ़ मे देखने को मिला। उपखंड क्षेत्र के शक्करगढ़ थाना क्षेत्र में 21 मई को ग्राम बांकरा मे रामराज पिता लादू लाल मीणा को बुखार आने पर बंगाली डॉक्टर के पास गया। जिस पर बंगाली डॉक्टर ने कुछ दवाएं ओर दो इंजेक्शन लगाया जिस पर बंगाली डॉक्टर ने रामराज से 700 रूपए मांगे पीड़ित रामराज ने 300 नकद दे दिए ओर 400 रुपए फोन पे करने को कहा। बंगाली डॉक्टर ने रोकड़ रुपए लेने पर अड़ गया ओर पीड़ित के साथ धक्का मुक्की करते हुए धारदार हथियार लाकर हमला करने लगा तभी आस पास के लोगों ने बीच-बचाव कर मामले को शांत किया। पीड़ित रामराज ने शक्करगढ़ चिकित्सा अधिकारी युवराज सिंह को इस घटनाक्रम की शिकायत की।
आज ग्राम बांकरा मे हुई घटना को लेकर प्रशासन ने गंभीरता दिखाते हुए छोला छाप डॉक्टरों की क्लिनिक पर कार्रवाई करने पहुंचे उससे पहले ही वह फरार हो गया ओर उपखंड क्षेत्र मे कुकुरमुत्ते की तरह फैल रहे छोला छाप भी अपनी अपनी क्लिनिकें बंद कर दुबक गए। कार्रवाई करने गए अधिकारियों मे ड्रग कंट्रोलर ऑफिसर मनीष मीणा, मुख्य ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी डॉ अशोक जाट एवं चिकित्सा अधिकारी प्रभारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शक्करगढ़ युवराज सिंह, ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर रामजस मीणा थे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर घनश्याम चांवला ने कहा कि भविष्य में पूरे जिले में जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे झोलाछाप बंगालियों पर बड़ी कार्रवाई कर ठोस कदम उठाए जाएंगे।
गौर करने वाली बात यह है कि क्या स्थानीय प्रशासन के पास बाहर से आए व्यक्तियों का रिकॉर्ड है या कोई भी अपराध करके आया हुआ व्यक्ति ग्रामीण इलाकों में आकर अपनी दुकान लगा कर बैठ जाता है। जहाजपुर उपखंड क्षेत्र में सैकड़ों लोगों जो दुसरे राज्यों से आकर यहां पर वर्षों से रह रहे है जिन्होंने अपना आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड बना रखा है। जो कभी भी घटना दुर्घटना कर यहां से फरार हो जाते है। कुछ स्थानीय लोग अपने निजी स्वार्थ के खातिर उन्हें पनाह देते है। प्रशासन को इस ध्यान देने की आवश्यकता है।