जलवायु अनुकूल कृषि में राष्ट्रीय नवाचार (निकरा) के अंतरगर्त संध्याकालीन चौपाल का चौमा ग्राम पंचायत के गुजरपुर गांव में हुआ आयोजन
रामगढ़ (राधेश्याम गेरा) ग्राम पंचायत चौमा अंतर्गत गुर्जरपुर खुर्द गांव में कृषि विज्ञान केंद्र नौगाँव द्वारा संध्याकालीन चौपाल का आयोजन किया गया ।जिसमें डॉ एस एस यादव , अधिष्ठाता, कृषि महाविद्यालय, नौगांवा, डॉ गोपाल लाल चौधरी , क्षेत्रीय निदेशक अनुसन्धान , नौगांवा और डॉ राकेश कुमार जाट, उद्यान विज्ञान विशेषज्ञ के अथिथ्य में संपन किया गया। केंद्र से आए डॉ. सुभाष चन्द यादव वरिष्ट वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष ने खरीफ फसलों एवं कपास में लगने वाले रोग व कीटों के बारे में बताया और कृषकों को उनके उपचार के तरीके से अवगत कराया । कार्यक्रम मे श्री कर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविध्यालय , जोबनेर से डॉ बी एल आसीवाल मोबाईल मृदा प्रशिक्षण वैन से कृषकों के द्वारा लाए गए मृदा नमूना का निशुल्क मृदा परीक्षण किया । इसके साथ ही वैज्ञानिकों ने कृषकों को मिट्टी और जल नमूना लेना और गर्मियों में पशुओं का आहार प्रबंधन और टीकाकरण पर जानकारी दी , इसके साथ ही कृषकों को उद्यानिकी फसलों और खरीफ फसलों के प्रबंधन की विस्तृत जानकारी दी । निक्रा परियोजना में वरिष्ठ अनुसन्धान अध्येता पुष्कर देव ने बताया की प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन के अंतर्गत वर्षा जल संरक्षण के तरीके, हरी खाद का उपयोग, फसलों को बदल कर बुवाई करना, नमी संरक्षण हेतु मल्चिंग का प्रयोग करना, उन्नत फसल के बीज की बुवाई करना, गर्म लू से फसलों को बचाने हेतु हल्की सिंचाई करना, पानी के संरक्षण हेतु बूंद बूंद की सिंचाई पद्धति अपनाना आदि उन्नत तकनीक के बारे में किसानों को अवगत कराया। केंद्र से कार्यक्रम में डॉ विकास आर्य, डॉ हँसराम माली, डॉ पूनम प्रजापति , पुष्कर देव , कमलेश यादव और मुकेश कुमार उपस्थित रहे। कार्यक्रम मे कृषक रामकिशन सैनी, जवाहर सिंह, कपूरचंद सैनी, नरेश सैनी और दुलीचंद सैनी सहित 150 से अधिक कृषक और कृषक महिलाओं ने भागीदारी ले कर कार्यक्रम को सफल बनाया । कार्यक्रम के समापन पर वैज्ञानिकों ने ग्रामीणों को अपने बच्चों को उच्च कृषि शिक्षा में जोड़ने का आग्रह किया ।