देवशयनी एकादशी : 18 जुलाई से नहीं होंगे मांगलिक कार्य
वैदिक पंचांग के अनुसार आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 16 जुलाई को रात 8 बजकर 33 मिनट पर शुरू होगी। इसका समापन 17 जुलाई को रात 9 बजकर 2 मिनट पर होगा। ऐसे उदयातिथि के अनुसार देवशयनी एकादशी का व्रत 17 जुलाई 2024 को रखा जाएगा। योग शिक्षक पंडित लोकेश कुमार ने बताया कि देवशयनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु धरती का कार्यभार भगवान शिव को सौंप कर चार माह के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं। और इसी दिन से चातुर्मास की शुरुआत होती है। यह चार महीने पूजा-पाठ के लिए बहुत ही खास होते हैं। लेकिन इस दौरान कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है ।क्योंकि भगवान विष्णु के साथ ही अन्य देवता भी इस दौरान सो जाते हैं। और मांगलिक कार्य में यदि भगवान विष्णु शामिल न हों तो वह कार्य सम्पूर्ण नहीं होता। इसलिए चार महीने तक कोई भी शुभ कार्य जैसे कि मुंडन, शादी, विवाह, गृह प्रवेश या नामकरण आदि करना वर्जित माना गया है।