आमजन को मिलेगा रोजगार यह सोच लघुउधोग स्थापना के लिए सरकार ने बेशकीमती जमीन की आवंटित: 43 सालो में भी नही हुई स्थापना, अब 13 छोटे भूखण्डो में पारिवार ने किया आपसी बंटवारा
मुख्यमंत्री को कर पालिका द्वारा पट्टे नही बनाने का आग्रह किया
तखतगढ - कस्बे के जालोर चौराहे पर अवस्थित भूमि जिनका आंवटन लगभग 43 साल पूर्व विख्यात वैज्ञानिक पी.एल मिस्त्री की प्रतिभा से खुश होकर राजस्थान सरकार ने वर्ष 1982 में 255×210 साइज का भूखण्ड तखतगढ पालिका को आंवटन का आदेश दिया था। पालिका तखतगढ ने राज्य सरकार के निर्देशानुसार 255×210 साइज का भूखण्ड भी आंवटित कर दिया जिसमे राज्य सरकार की शर्ते थी कि आंवटित भूखण्ड में दो साल के भीतर भीतर लघु उधोग स्थापित पर कस्बे के लोगो को रोजगार उपलब्ध करवाए। लेकिन पी.एल.मिस्त्री रिसर्च एण्ड इन्वेन्सन सेन्टर द्वारा पिछले 43 सालो में कोई किसी तरह का उधोग स्थापित नही कर कथित भूमि को 13 छोटे छोटे भूखण्डो में आपसी पारिवारिक बंटवारा कर दिया और पालिका में 13 पट्टे बनाने की फाईल जमा करवा दी।
जिसकी शिकायत पूर्व पालिकाध्यक्ष जयन्ति जैनम ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को कर पालिका द्वारा पट्टे नही बनाने का आग्रह किया। पूर्व पालिका अध्यक्ष का कहना है कि जिन शर्तो के तहत भूमि आवंटन किया था उन शर्तो पर पी.एल मिस्त्री नामक संस्था खरी नही उतरी है, तथा राजस्थान नगरपालिका भूमि निष्पादन अधिनियम 1974" की धारा 19 की अवेहलना की है अतः राज्य सरकार के निर्देशानुसार पालिका तखतगढ की बेशकीमती जमीन को पूनः पालिका पक्ष में अधिग्रहण करना चाहिए। लेकिन पालिका प्रशासन द्वारा पिछले बीस सालो से मेरे कार्यकाल समाप्ति पश्चात चौथा बोर्ड बना है जिन्होने उपरोक्त भूमि को पालिका पक्ष में अधिग्रहण करने की कार्रवाई ही नही की है।
- बरकत खान