लापरवाही: रसद विभाग की अनदेखी के चलते सप्लाई में आ रहा सड़ा-गला गेहूं, जानवरों के खाने योग्य भी नहीं-पार्षद
उपभोक्ताओ मे दिखी नाराजगी
बयाना (कौशलेन्द्र दत्तात्रेय) रसद विभाग के अधिकारियों की अनदेखी के चलते खाद्य विभाग की सप्लाई में उचित मूल्य दुकानों (राशन डीलर) पर लाभार्थियों को दो साल पुराना सड़ा हुआ गेहूं वितरित किया जा रहा है। ऐसा ही एक नजारा शनिवार सुबह बयाना कस्बे के सुभाष चौक स्थित एक राशन दुकान पर देखने को मिला। जहां वितरण किए जा रहे सड़े गेहूं को देखकर लाभार्थियों ने हंगामा खड़ा कर दिया। राशन डीलर ने भी सप्लाई में ऊपर से ही सड़ा गेहूं आना बताकर वितरण की मजबूरी बता दी।
हंगामा बढ़ने पर स्थानीय नगर पालिका पार्षद कमल आर्य मौके पर पहुंचे। उन्होंने मौके से ही एसडीएम राजीव शर्मा को फोन कर रसद विभाग के ठेकेदार द्वारा सड़ा गेहूं सप्लाई करने की शिकायत की। इस पर एसडीएम ने रसद विभाग को सूचना देकर सड़े गेहूं को बदलवाने के निर्देश दिए। तब जाकर मामला शांत हो पाया।
राशन डीलर गौरव कुमार ने बताया कि ठेकेदार द्वारा सप्लाई में ही करीब 2 साल पुराना बारिश में भीगा हुआ सड़ा गेहूं दिया गया है। जिसमें कीड़े पड़ गए हैं। जब उन्होंने ठेकेदार से गेहूं की खराब गुणवत्ता को लेकर शिकायत की तो ठेकेदार ने पल्ला झाड़ लिया और इसी गेहूं को लाभार्थियों को वितरण करने को कह दिया।
मौके पर पहुंचे नपा पार्षद कमल आर्य ने बताया कि गेहूं पूरी तरह से खराब है। इतना खराब है कि यह जानवरों के खाने के योग्य भी नहीं है। उन्होंने कहा कि रसद विभाग की मनमानी बिल्कुल बर्दाश्त तो नहीं की जाएगी। अगर जल्दी ही खराब अनाज को बदला नहीं गया तो आंदोलन किया जाएगा।
रसद विभाग के प्रवर्तन अधिकारी संजीव शर्मा का कहना है कि संभवतः गोदाम से खराब अनाज की खेप पहुंच गई है। ठेकेदार को खराब गेहूं को बदलकर सही गेहूं सप्लाई के निर्देश दिए हैं।